नई दिल्ली: सितंबर महीना आईटी सेक्टर के स्टॉक्स के लिए एक बुरे सपने जैसा रहा है। कोफ़ोर्ज, टीसीएस, विप्रो जैसे निफ़्टी आईटी इंडेक्स के दिग्गज स्टॉक में सितंबर महीने के दौरान 10% से अधिक की गिरावट देखने को मिली है।
निफ़्टी आईटी इंडेक्स में सबसे खराब परफॉर्मेंस करने वाला शेयर कोफ़ोर्ज है। जो सितंबर महीने में 10% गिर करके 1552 रुपए के लेवल पर आ गया है। इसके अलावा परसिस्टेंट सिस्टम, टीसीएस, टेक महिंद्रा जैसे स्टॉक में क्रमशः 5% और 8% की गिरावट देखने को मिली है।
सितंबर महीने के दौरान विप्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इंफोसिस, एंपहसिस जैसे आईटी दिग्गजों में 4% की गिरावट रिपोर्ट की गई है।
हालांकि आईटी सेक्टर के इस खराब परफॉर्मेंस के बीच ओरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज और एलटीआईमाइंडट्री जैसे आईटी स्टॉक्स ने सितंबर महीने के दौरान अच्छा परफॉर्मेंस करते हुए 1% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है। जो देखा जाए तो बाकी आईटी शेयरों के मुकाबले बेहतरीन है।
पिछले 7 कारोबारी सत्र से लगातार निफ़्टी आईटी इंडेक्स में गिरावट देखने को मिल रही है। आज 29 सितंबर दिन सोमवार को भी निफ़्टी आईटी इंडेक्स 0.03% की गिरावट के साथ 33693 के लेवल पर बंद हुआ है।
पिछले कारोबारी हफ्ते में आईटी स्टॉक सबसे बड़ी गिरावट झेलने वाले शेयर रहे हैं केवल एक हफ्ते में निफ़्टी आईटी इंडेक्स करीब 5% तक टूट गया है। सितंबर महीने में निफ्टी आंटी इंडेक्स 4.2% गिर चुका है। जिस वजह से ये सबसे खराब परफॉर्मेंस करने वाला इंडेक्स साबित हुआ है।
आईटी सेक्टर में गिरावट का कारण–हाल में ही अमेरिका ने H 1B वीजा की फीस में बढ़ोतरी कर दी है। जिस वजह से इसका असर आईटी सेक्टर में देखने को मिल रहा है।
अमेरिका की दिग्गज आईटी कंपनी एसेंचर ने कमजोर FY26 गाइडेंस पेश किया है। जिस वजह से आईटी सेक्टर प्रभावित हुआ है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के रेट कट को लेकर के अभी भी असमंजस की स्थिति में बनी हुई है जिसका असर आईटी सेक्टर के स्टॉक में देखने को मिल रहा है।
इसके अलावा भारत अमेरिका टैरिफ ट्रेड टेंशन से भी आईटी सेक्टर पर प्रभाव देखने को मिल रहा है।
मैक्रोइकोनॉमिक प्रेशर, प्रोजेक्ट रैंप अप में देरी, डिस्क्रीशनरी स्पेंडिंग में मंदी जैसे फैक्टर भी आईटी सेक्टर पर प्रभाव डाल रहे हैं।
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.
निफ़्टी आईटी इंडेक्स में सबसे खराब परफॉर्मेंस करने वाला शेयर कोफ़ोर्ज है। जो सितंबर महीने में 10% गिर करके 1552 रुपए के लेवल पर आ गया है। इसके अलावा परसिस्टेंट सिस्टम, टीसीएस, टेक महिंद्रा जैसे स्टॉक में क्रमशः 5% और 8% की गिरावट देखने को मिली है।
सितंबर महीने के दौरान विप्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इंफोसिस, एंपहसिस जैसे आईटी दिग्गजों में 4% की गिरावट रिपोर्ट की गई है।
हालांकि आईटी सेक्टर के इस खराब परफॉर्मेंस के बीच ओरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज और एलटीआईमाइंडट्री जैसे आईटी स्टॉक्स ने सितंबर महीने के दौरान अच्छा परफॉर्मेंस करते हुए 1% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है। जो देखा जाए तो बाकी आईटी शेयरों के मुकाबले बेहतरीन है।
पिछले 7 कारोबारी सत्र से लगातार निफ़्टी आईटी इंडेक्स में गिरावट देखने को मिल रही है। आज 29 सितंबर दिन सोमवार को भी निफ़्टी आईटी इंडेक्स 0.03% की गिरावट के साथ 33693 के लेवल पर बंद हुआ है।
पिछले कारोबारी हफ्ते में आईटी स्टॉक सबसे बड़ी गिरावट झेलने वाले शेयर रहे हैं केवल एक हफ्ते में निफ़्टी आईटी इंडेक्स करीब 5% तक टूट गया है। सितंबर महीने में निफ्टी आंटी इंडेक्स 4.2% गिर चुका है। जिस वजह से ये सबसे खराब परफॉर्मेंस करने वाला इंडेक्स साबित हुआ है।
आईटी सेक्टर में गिरावट का कारण–हाल में ही अमेरिका ने H 1B वीजा की फीस में बढ़ोतरी कर दी है। जिस वजह से इसका असर आईटी सेक्टर में देखने को मिल रहा है।
अमेरिका की दिग्गज आईटी कंपनी एसेंचर ने कमजोर FY26 गाइडेंस पेश किया है। जिस वजह से आईटी सेक्टर प्रभावित हुआ है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के रेट कट को लेकर के अभी भी असमंजस की स्थिति में बनी हुई है जिसका असर आईटी सेक्टर के स्टॉक में देखने को मिल रहा है।
इसके अलावा भारत अमेरिका टैरिफ ट्रेड टेंशन से भी आईटी सेक्टर पर प्रभाव देखने को मिल रहा है।
मैक्रोइकोनॉमिक प्रेशर, प्रोजेक्ट रैंप अप में देरी, डिस्क्रीशनरी स्पेंडिंग में मंदी जैसे फैक्टर भी आईटी सेक्टर पर प्रभाव डाल रहे हैं।
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.
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