Next Story
Newszop

इजरायल का यमन पर हवाई हमला: तनाव में वृद्धि

Send Push
इजरायल का हवाई हमला

इजरायल ने यमन की राजधानी सना पर हवाई हमले कर तनाव को और बढ़ा दिया है। यह कार्रवाई उस समय हुई जब हूती विद्रोहियों ने हाल ही में इजरायल की ओर एक मिसाइल दागी थी। सना में हूती कार्यालय के अनुसार, इन हवाई हमलों में राजधानी के विभिन्न हिस्सों को निशाना बनाया गया, जिसमें एक पावर प्लांट और गैस स्टेशन शामिल हैं। स्थानीय निवासियों ने राष्ट्रपति महल के निकट विस्फोटों की तेज आवाजें सुनीं। यह हमला हूती विद्रोहियों के खिलाफ इजरायल की प्रतिक्रिया माना जा रहा है। दरअसल, ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने पिछले सप्ताह इजरायल के ऊर्जा संसाधनों को निशाना बनाया था। इजरायल ने रविवार के हमले की तुरंत पुष्टि नहीं की।


धमाकों की आवाज और धुएं का गुबार

हूती विद्रोहियों ने पिछले 22 महीनों से इजरायल पर मिसाइलें और ड्रोन दागे हैं, साथ ही लाल सागर में जहाजों को भी निशाना बनाया है। उनका कहना है कि वे गाजा पट्टी में संघर्ष के दौरान फिलिस्तीनियों के प्रति समर्थन दिखाने के लिए ये हमले कर रहे हैं। सना के निवासियों ने बताया कि उन्होंने एक बंद सैन्य अकादमी और राष्ट्रपति महल के पास तेज धमाके सुने। उन्होंने यह भी कहा कि राजधानी के केंद्रीय क्षेत्र साबिन स्क्वायर के पास धुएं के गुबार देखे गए। यमन के निवासी हुसैन मोहम्मद ने कहा, 'धमाकों की आवाज बहुत तेज थी।' एक अन्य व्यक्ति अहमद अल-मेखलफी ने कहा, 'हमारे घर को झटका लगा और खिड़कियां टूट गईं।'


नए हथियारों का इस्तेमाल

इससे पहले, हूती विद्रोहियों ने दावा किया था कि उन्होंने नए हथियारों से लैस मिसाइलें इजरायल की ओर दागी हैं, जिनमें देश के सबसे बड़े हवाई अड्डे को भी निशाना बनाया गया। हालांकि, इस हमले में इजरायल को किसी प्रकार का नुकसान या चोट की खबर नहीं मिली। इजरायली एयर फोर्स के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि शुक्रवार रात यमन से इजरायल की ओर दागी गई मिसाइल एक नई प्रकार का खतरा थी। यह मिसाइल क्लस्टर बम थी, जो हवा में कई छोटे भागों में फटती है।


क्लस्टर बम का पहला इस्तेमाल

यह पहली बार था जब हूती समूह ने क्लस्टर बम का उपयोग किया। अधिकारी ने कहा कि क्लस्टर बम का इस्तेमाल इजरायल के लिए इसे रोकना कठिन बनाता है और यह दर्शाता है कि हूतियों को ईरान द्वारा अतिरिक्त तकनीक प्रदान की गई है। पिछले दो वर्षों में हूती हमलों ने लाल सागर में शिपिंग को काफी प्रभावित किया है, जहां हर साल लगभग 1 ट्रिलियन डॉलर का माल गुजरता है। नवंबर 2023 से दिसंबर 2024 के बीच, हूतियों ने मिसाइलों और ड्रोन से 100 से अधिक जहाजों को निशाना बनाया।


इजरायल का यमन पर हमला

मई में अमेरिका ने हूतियों के साथ एक समझौते की घोषणा की थी, जिसके तहत वे जहाजी हमलों को रोकने के बदले में हवाई हमले बंद करेंगे। हालांकि, विद्रोही समूह ने कहा कि इस समझौते में उन ठिकानों पर हमले रोकने की बात शामिल नहीं थी, जिन्हें वे इजरायल से संबंधित मानते थे। मई में ही इजरायल ने सना पर दिन के समय एक दुर्लभ हमला किया, जिससे एक टर्मिनल नष्ट हो गया और रनवे पर गड्ढे हो गए। हवाई अड्डे के अधिकारियों के अनुसार, इस हमले में कम से कम छह विमान प्रभावित हुए, जिनमें तीन यमनिया एयरवेज के थे।


Loving Newspoint? Download the app now