स्वास्थ्य टिप्स: दांत का दर्द कभी-कभी असहनीय हो सकता है, जिससे खाना, पीना और यहां तक कि बोलना भी मुश्किल हो जाता है। यहां कुछ सरल और प्राकृतिक घरेलू उपायों के बारे में जानें, जैसे नमक का पानी, लौंग, हल्दी और प्याज, जो तात्कालिक राहत प्रदान कर सकते हैं।

दांत का दर्द, इसके नाम के विपरीत, एक भयानक और असहनीय अनुभव हो सकता है। यह दर्द चेहरे, जबड़े, कान और सिर में फैल सकता है, जिससे खाना, पीना और बोलना कठिन हो जाता है। यह दर्द आमतौर पर सूजन, संक्रमण, सूजे हुए मसूड़ों या प्रभावित दांतों के कारण होता है। ये घरेलू उपाय तात्कालिक और अस्थायी राहत प्रदान कर सकते हैं।
नमक का पानी गरारे (सबसे प्रभावी और सुरक्षित उपाय): यह उपाय सूजन और संक्रमण को कम करने में अद्भुत काम करता है। एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं। दर्द वाले क्षेत्र में 30-60 सेकंड तक पानी को घुमाएं और फिर थूक दें। इसे दिन में 3-4 बार दोहराएं। नमक का पानी एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है जो बैक्टीरिया को मारता है और मसूड़ों की सूजन को कम करता है।
लौंग एक शक्तिशाली एंटीसेप्टिक और एनाल्जेसिक है; इसमें मौजूद यूजेनॉल दर्द को सुन्न कर देता है। एक या दो लौंग को दर्द वाले दांत के पास रखें और धीरे-धीरे चूसें ताकि उसका रस निकल सके। एक कॉटन बड को लौंग के तेल में डुबोकर इसे सीधे दर्द वाले दांत और मसूड़ों पर लगाएं।
यदि दांत के चारों ओर सूजन है, तो बर्फ का सेक बहुत आरामदायक हो सकता है। कुछ बर्फ के टुकड़ों को एक साफ कपड़े में लपेटें। इसे अपने गाल के बाहर, दर्द वाले क्षेत्र पर 15-20 मिनट तक लगाएं। इसे हर कुछ घंटों में दोहराया जा सकता है।
हल्दी और सरसों के तेल का पेस्ट: हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो एक शक्तिशाली एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल एजेंट है। हल्दी पाउडर की एक छोटी मात्रा को सरसों के तेल के साथ मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को सीधे दर्द वाले मसूड़ों पर लगाएं, 5-10 मिनट के लिए छोड़ दें, और फिर गुनगुने पानी से कुल्ला करें।
हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो एक शक्तिशाली एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल एजेंट है। हल्दी पाउडर की एक छोटी मात्रा को सरसों के तेल के साथ मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को सीधे दर्द वाले मसूड़ों पर लगाएं, 5-10 मिनट के लिए छोड़ दें, और फिर गुनगुने पानी से कुल्ला करें।
प्याज का रस: प्याज में एंटीमाइक्रोबियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं। प्याज का एक छोटा टुकड़ा काटें और इसे दर्द वाले दांत के पास रखें और धीरे से दबाएं। इसका रस दर्द वाले क्षेत्र पर लगाएं। कुछ समय बाद कुल्ला करें।
प्याज में एंटीमाइक्रोबियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं। प्याज का एक छोटा टुकड़ा काटें और इसे दर्द वाले दांत के पास रखें और धीरे से दबाएं। इसका रस दर्द वाले क्षेत्र पर लगाएं। कुछ समय बाद कुल्ला करें।
तेज पत्ते में दर्द निवारक और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। 4-5 तेज पत्तों को एक कप पानी में 10 मिनट तक उबालें। पानी को ठंडा करें, छानें, और इस पानी से दिन में 2-3 बार कुल्ला करें।
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