पानी का सेवन सभी के लिए आवश्यक है। बचपन से हम सुनते आए हैं कि अधिक पानी पीने से स्वास्थ्य में सुधार होता है। लेकिन, अत्यधिक पानी का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसे ओवरहाइड्रेशन या वॉटर इंटॉक्सिकेशन के नाम से जाना जाता है।
आइए जानते हैं कि अधिक पानी पीने से कौन-कौन से नुकसान हो सकते हैं।
ज्यादा पानी पीने के दुष्प्रभाव
दिल पर असर-
यदि आप अत्यधिक पानी का सेवन करते हैं, तो आपको हार्ट फेलियर का सामना करना पड़ सकता है। ज्यादा पानी पीने से रक्त की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे हृदय की धमनियों पर दबाव बढ़ता है। इससे हृदयगति रुकने का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए अधिक पानी पीने से बचना चाहिए।
किडनी पर प्रभाव-
ओवरहाइड्रेशन से किडनी को भी नुकसान होता है। जब हम अधिक पानी पीते हैं, तो आर्जिनिन वैसोप्रेसिन का प्लाज्मा स्तर कम हो जाता है, जिससे किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। इसलिए, अधिक पानी का सेवन न करना आपके लिए आवश्यक है।
लीवर को हानि-
कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि ओवरहाइड्रेशन केवल साधारण पानी से नहीं होता, बल्कि आयरन युक्त पानी का अधिक सेवन भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है। इससे लीवर से संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
सेल्स में सूजन-
अधिक पानी पीने से शरीर में सोडियम का स्तर कम हो जाता है, जिससे पानी सेल्स में प्रवेश कर जाता है और सूजन की समस्या उत्पन्न होती है। यह स्थिति गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है, जैसे मांसपेशियों और मस्तिष्क को नुकसान।
विशेषज्ञों की राय-
डॉक्टरों के अनुसार, अत्यधिक पानी पीने को हाइपोनेट्रेमिया या वॉटर इंटॉक्सिफिकेशन कहा जाता है। यह स्थिति शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बिगाड़ सकती है। अधिक पानी के सेवन से खून में सोडियम का स्तर कम हो जाता है, जिससे सेल्स में सूजन आ सकती है। गंभीर मामलों में, यह दौरे या कोमा का कारण बन सकता है, जो जानलेवा हो सकता है।
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