नकली दवाओं का बाजार दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहा है जिससे पब्लिक हेल्थ को गंभीर खतरा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार लो और मिडिल इनकम वाले देशों में हर 10 में से 1 मेडिकल प्रोडक्ट नकली या घटिया है। भारत जो दुनिया का सबसे बड़ा जेनेरिक दवा निर्माता है भी इस समस्या का सामना कर रहा है। ये खबर आप हिमाचली खबर में पढ़ रहे हैं। । विशेषज्ञों के अनुसार असली और नकली दवाओं में अंतर पहचानने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
You may also like
भारत और पाकिस्तान 'तत्काल और पूर्ण संघर्षविराम' पर सहमत, विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने दी और जानकारी
क्या आप जानते हैं सवाई माधोपुर के राजा ने रणथंभौर को क्यों चुना था राजधानी? वीडियो में सामने आया 700 साल पुराना काला सच
क्या आप जानते हैं सवाई माधोपुर के राजा ने रणथंभौर को क्यों चुना था राजधानी? वीडियो में सामने आया 700 साल पुराना काला सच
आसमान में संदिग्ध वस्तु दिखे तो तुरंत दे सूचना, सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार से बचें : सिरसा डीसी
बांसवाड़ा में पुलिस की नई मुहिम! सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट पर कड़ी कार्रवाई, देश-विरोधी संदेशों को न मानें