New Delhi, 29 सितंबर . भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने Monday को Dubai में एशिया कप फाइनल में Pakistan पर भारतीय क्रिकेट टीम की शानदार जीत की सराहना की और कहा कि यह एशिया कप में India की 9वीं विजय है. इस टूर्नामेंट में India ने लगातार तीन बार Pakistan को हराकर जीत की हैट्रिक बनाई. भारतीय टीम ने इस एशिया कप में सभी मैच जीतकर क्लीन स्वीप किया. इसके लिए निश्चित रूप से भारतीय क्रिकेट टीम, कप्तान सूर्यकुमार यादव और सभी साथी खिलाड़ी, कोच और सपोर्ट स्टाफ बधाई के पात्र हैं.
उन्होंने कहा कि Prime Minister Narendra Modi ने बहुत स्पष्ट रूप से कहा कि ऑपरेशन सिंदूर हो या खेल का मैदान, निष्कर्ष एक ही है, India की शानदार जीत. परंतु दुख का विषय है और आश्चर्य की बात नहीं है कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी या प्रियंका गांधी का अभी तक भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कोई बधाई संदेश नहीं आया. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि खेलों को राजनीति से अलग रखिए. आपके मन में Prime Minister मोदी के लिए जो भी खीज, ईर्ष्या, द्वेष या इनफिरियॉरिटी कॉम्प्लेक्स हो, उसके कारण भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन पर कोई छाया मत डालिए.
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि इससे भी अधिक चिंताजनक बात यह है कि कांग्रेस की यूपीए Government में गृह मंत्री रहे पी चिदंबरम का भी एक बयान आया है. पी चिदंबरम ने कहा कि 26/11 के हमले के बाद जब वह गृहमंत्री बने तो उनका विचार था कि Pakistan पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन तत्कालीन पार्टी नेतृत्व ने उसकी अनुमति नहीं दी. अब इससे स्पष्ट हो जाता है कि Pakistan के साथ डील करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व के मन का रुझान क्या था. 26/11 हमले के मात्र 9 महीने बाद, मिस्र के शर्म-अल-शेख में जॉइंट डिक्लेरेशन में जिस तरह India को शर्मसार किया गया, वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण था. दुख और आश्चर्यजनक बात यह है कि इस जॉइंट डिक्लेरेशन में बलूचिस्तान का भी उल्लेख किया गया. अर्थात एक प्रकार से वे उस झूठ को भी स्वीकार करने को तैयार हो गए थे. कांग्रेस द्वारा यह प्रचार किया गया कि मानो बलूचिस्तान में हमारा कोई इन्वॉल्वमेंट हो, जो Pakistan ने भी फैलाया है.
उन्होंने आगे कहा कि इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि चाहे जंग का मैदान हो, कूटनीति का मैदान हो या खेल का मैदान, कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के लोग हमेशा Pakistan का मार्ग प्रशस्त करने के लिए तैयार रहते हैं. यहां तक कि यूनाइटेड अरब अमीरात जैसे मेजबान देश के साथ India के मधुर संबंध और व्यावसायिक रिश्तों के बावजूद अगर India किसी कारणवश वहां न जाता और खटास उत्पन्न होती तो इसके लिए भी वही लोग प्रयत्नशील रहते. भारतीय टीम की इस शानदार जीत पर कांग्रेस नेताओं के मुंह से एक शब्द तक नहीं निकला. इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि कांग्रेस पार्टी Pakistan के पक्ष में हर प्रकार के प्रोपेगेंडा में साथ देने को तैयार रहती है. चाहे इंटरनेशनल डिप्लोमेसी का विषय हो, तथाकथित India विरोधी प्रोपगंडा का मामला हो या खेल का मैदान हो.
डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के समय जितनी सुर्खियां कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के लोगों ने Pakistanी मीडिया में बटोरी थीं और जो कुछ उन्होंने मुंह खोलकर कहा था, वह India और भारतीय सेना का मनोबल कम करने वाला था. जो लोग भारतीय सेना का मनोबल कम करने में जमीन आसमान एक कर रहे थे, वही आज भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए एक शब्द तक नहीं बोल रहे हैं. इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि सिर्फ गठबंधन का नाम इंडिया रख लेने से दिल में इंडिया नहीं आ जाता. इस घटना से बहुत साफ हो जाता है कि जिस गठबंधन का नाम इंडिया है, उसके दिल में अगर दर्द और मोहब्बत है तो वह इंडिया के लिए नहीं, बल्कि Pakistan के लिए है और अगर अदावत है तो वह Pakistan के लिए नहीं, बल्कि इंडिया के लिए है.
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डीकेपी/
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