Mumbai , 11 अगस्त . हाल ही में रिलीज हुई ओटीटी सीरीज ‘सलाकार’ में अभिनेता नवीन कस्तूरिया ने एक जासूस की भूमिका निभाई है. अपने इस रोल को लेकर काफी उत्साहित हैं. एक्टर मानते हैं कि एक्टिंग का कोई तय फॉर्मूला नहीं होता है.
अभिनेता ने ‘सलाकार’ से बातचीत में एक्टिंग को लेकर अपनी सोच साझा की. उन्होंने बताया कि हर किरदार के लिए उनकी तैयारी कुछ अलग होती है. एक्टर ने कहा, “मेरे पास किसी भी किरदार को लेकर कोई तय सोच नहीं है; हर प्रोजेक्ट के साथ मैं जीरो से शुरुआत करता हूं क्योंकि हर बार किरदार को समझने के लिए उसकी आवाज और किरदार पर काम करना पड़ता है, और इन सबको समझने के लिए कोई तय फॉर्मूला नहीं है. हर बार दृष्टिकोण नया होता है; कोई निश्चित प्रक्रिया नहीं है. कभी ऐसा होता है कि पूरी स्क्रिप्ट पढ़नी पड़ती है, तो कभी स्क्रिप्ट को छूते भी नहीं हैं.”
अभिनेता ने आगे कहा, “हां, ये सब डायरेक्टर पर निर्भर करता है. समझना पड़ता है कि आखिरकार वो चाहता क्या है? मुझे लगता है कि जब आप स्क्रीन पर अलग-अलग तरह के किरदार निभाते हैं, तो कुछ न कुछ मजेदार निकल कर आता ही है और जरूरी नहीं है कि सभी कलाकार, खासकर को-एक्टर, एक जैसा तरीका अपनाएं.”
नवीन अपने किरदारों को शानदार तरीके से निभाने के लिए जाने जाते हैं. शायद यही उनके अभिनय की खूबसूरती है, जिससे हर बार उनका अभिनय खास और अलग लगता है. इससे पहले नवीन ने सह-कलाकार मुकेश ऋषि को ‘जेंटल जायंट’ (भला और विशाल इंसान) बताया था.
नवीन ने कहा था, “मुझे उनके साथ काम करने में बहुत मजा आया. मैं उनके अभिनय में इतना खो जाता था कि अपनी लाइन्स ही भूल जाता था. मुझे उनकी एक्टिंग देखने में बहुत मजा आता था. मैं उनसे जब पहली बार मिला तो थोड़ा डर सा गया था. कमाल की शख्सियत है. लंबे-चौड़े हैं. वो मुझे गले लगाते थे तो मैं उनके सीने तक ही पहुंच पाता था. स्क्रीन पर उनका किरदार डराता है, लेकिन ऑफ कैमरा वो बहुत अलग हैं, बहुत प्यारे और बहुत कोमल हृदय के इंसान हैं.”
बता दें, मुकेश ऋषि ने इस सीरीज में पाकिस्तान के सैन्य तानाशाह जिया-उल-हक का किरदार निभाया है.
जिया-उल-हक को भारत-पाकिस्तान के बीच कई समस्याओं की जड़ माना जाता है. वह ऐसा व्यक्ति था जिसने जुल्फिकार अली भुट्टो की योजना ‘हजार घावों के जरिए भारत को कमजोर करो’ को असली रूप दिया. हालांकि बाद में जिया ने ही जुल्फिकार अली भुट्टो को एक मामले में फंसा दिया और उन्हें फांसी की सजा हुई.
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एनएस/केआर
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