जयपुर, 11 सितंबर (Udaipur Kiran News). भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की भरतपुर टीम ने गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए धौलपुर नगर परिषद के पांच अधिकारियों और कर्मचारियों को 3 लाख 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. इस कार्रवाई ने नगर परिषद में व्याप्त संस्थागत भ्रष्टाचार को उजागर कर दिया है.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि धौलपुर नगर परिषद कार्यालय में सहायक अभियंता (सिविल) प्रिया झा, वरिष्ठ सहायक नीरज शर्मा, वरिष्ठ सहायक एवं कैशियर भारत परमार (50 हजार रुपये की प्राप्ति), अग्निशमन शाखा के चालक देवेंद्र कुमार शर्मा (नीरज शर्मा के साथ मिलकर आयुक्त के लिए 2 लाख रुपये की मांग एवं प्राप्ति) और संविदाकर्मी हरेंद्र गुर्जर (प्रिया झा के निर्देश पर 60 हजार रुपये की प्राप्ति) को परिवादी से 3.10 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया. वहीं, नगर परिषद आयुक्त अशोक कुमार शर्मा की भूमिका संदिग्ध पाई गई है, जिन्हें पूछताछ के लिए डिटेन किया गया है.
उन्होंने बताया कि ब्यूरो को शिकायत प्राप्त हुई थी कि परिवादी की पत्नी, जो राजकीय संवेदक हैं, द्वारा किए गए पानी निकासी कार्य के भुगतान का चेक जारी करने के बदले इन अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा सामूहिक रूप से 3.10 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की जा रही थी. शिकायत के सत्यापन के बाद एसीबी ने रणनीतिक ट्रैप योजना बनाकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सिंह के नेतृत्व में यह कार्रवाई की. आरोपितों को नगर परिषद कार्यालय धौलपुर में ही रिश्वत लेते समय पकड़ा गया.
एसीबी की जांच में यह भी सामने आया कि नगर परिषद धौलपुर में भ्रष्टाचार संस्थागत रूप से गहराई तक फैला हुआ है और लगभग हर स्तर पर अधिकारी-कर्मचारी आपसी मिलीभगत से रिश्वतखोरी में लिप्त हैं.
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