New Delhi, 7 सितंबर . दिल्ली के बिंदापुर इलाके में अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (यूईआर-2) पर टोल प्लाजा के विरोध में Sunday को पालम 360 खाप की अध्यक्षता में एक महापंचायत हुई. इस दौरान सरकार से टोल हटाने की मांग की गई. मांग नहीं मानने की स्थिति में धरना देने और रास्तों को बाधित करने की चेतावनी भी दी गई.
यूईआर-2 पर टोल प्लाजा के विरोध में की गई महापंचायत में पालम 360 खाप के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी के साथ-साथ दिल्ली के 12 गांवों के प्रधान और सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए. महापंचायत का मुख्य उद्देश्य मुंडका-बक्करवाला और बामनोली-बृजवासन सीमा पर लगाए गए टोल प्लाजा का विरोध करना था.
चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने से बात करते हुए कहा, “दिल्ली के इतिहास में कभी शहर के भीतर टोल प्लाजा नहीं लगाया गया. बक्करवाला और बामनोली-बृजवासन सीमा पर टोल प्लाजा स्थापित करना अनुचित है. हमारी मांग है कि टोल प्लाजा को दिल्ली की सीमा से बाहर स्थापित किया जाए जैसा कि Haryana और उत्तर प्रदेश में 20 किलोमीटर के दायरे में बस्तियों के लिए निशुल्क व्यवस्था है.”
सोलंकी ने यह भी बताया कि इस मुद्दे पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा से बातचीत हुई, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकला. महापंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो 13 सितंबर को सुबह 10 बजे बक्करवाला-मुंडका टोल प्लाजा पर एक विशाल महापंचायत की जाएगी.
सोलंकी ने चेतावनी देते हुए कहा, “हम शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखेंगे, लेकिन अगर सरकार हमारी मांगों को अनसुना करती है तो हम टोल प्लाजा पर अनिश्चितकालीन धरना देंगे और आवाजाही पूरी तरह बंद कर देंगे. जब तक हमारी समस्या का समाधान नहीं होता, एक भी गाड़ी नहीं गुजरने दी जाएगी.”
ग्रामीणों का कहना है कि यूईआर-2 पर टोल टैक्स उनकी जमीन पर बनाए गए रास्तों पर लगाया गया है, जो अन्यायपूर्ण है. इस महापंचायत में खाप नेताओं, आरडब्ल्यूए, और युवा संगठन 360 दिल्ली-एनसीआर के कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया.
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एससीएच/वीसी
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