गया, 11 मई . भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम पांच बजे सीजफायर का ऐलान होने के कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तान ने कई शहरों में ड्रोन हमले की नाकाम कोशिश की और सीजफायर का उल्लंघन किया. सीजफायर को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
ऐसे में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सीजफायर का समर्थन करते हुए कहा कि भारत ने सीजफायर का फैसला अपनी शर्तों पर किया है.
गया में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने सीजफायर को लेकर कहा कि ‘क्षमा शोभती उस भुजंग को, जिसके पास गरल हो’, यह जो सीजफायर हुआ है, उसमें लगता है कि पाकिस्तान अमेरिका के सामने गिड़गिड़ाया. हमारी भारतीय सेना बहुत तरह से आगे बढ़ रही थी.
उन्होंने कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि यह एक सप्ताह से ज्यादा लड़ाई नहीं चल पाएगी. पाकिस्तान से बराबर जो झगड़ा होता है, वह भी समाप्त हो जाता.
उन्होंने कहा कि यह विश्व बिरादरी का मामला है. जब अमेरिका से पाकिस्तान मिलकर आया, तब अमेरिका ने भारत को सीजफायर का सुझाव दिया. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सेना के अधिकारियों के साथ बातचीत कर युद्ध को रोकने का फैसला लिया.
उन्होंने यह भी कहा कि इस सीजफायर में कई शर्तें हैं. इसके बाद भी पाकिस्तान की ओर से हरकतें हुईं, जिसका जवाब भी दिया गया. पहले का निर्णय जैसा था, वही रहेगा.
उन्होंने कहा कि सिंधु का जल हमारा हिंदुस्तान में ही बहेगा, पाकिस्तान में नहीं जाएगा. उसी प्रकार से अनेक समझौते हैं, जो पहले थे, ऐसे नियमों में कुछ संशोधन किया गया है, वही समझौता लागू रहेगा. इससे जो पाकिस्तान को लाभ होता था, वह अब नहीं मिलेगा. जिस तरह से पाकिस्तान ने नापाक हरकत की है, आगे अगर ऐसा करेगा तो कड़ा जवाब दिया जाएगा. अपनी शर्तों पर सीजफायर किया गया है, यह महानता है.
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एमएनपी/डीएससी/एबीएम
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