By Jitendra Jangid- दोस्तो भारतीय रेलवे विभाग दुनिया के बड़े रेलवे विभागों में से एक हैं, जिससे प्रतिदिन करोड़ो लोग यात्रा करते हैं, जो कि किफायती और आरामदायक हैं, ट्रेनें न केवल देश भर के शहरों, कस्बों और गाँवों को जोड़ती हैं, बल्कि लाखों भारतीयों के दैनिक जीवन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। अक्सर यात्रियों के मन में सवाल उठते हैं कि एक ट्रेन की कीमत कितनी होती होगी, चलिए हम आपको बताते हैं-

एशिया में दूसरा सबसे बड़ा: भारतीय रेलवे एशिया में दूसरे सबसे बड़े रेल नेटवर्क का स्थान रखता है।
विश्व स्तर पर चौथा सबसे बड़ा: यह पूरी दुनिया में चौथे सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क का दर्जा रखता है।
व्यापक दैनिक उपयोग: भारत की आबादी का एक बड़ा हिस्सा रोज़ाना आवागमन, व्यापार और मनोरंजन के लिए ट्रेनों का उपयोग करता है।
भारत में एक ट्रेन की लागत कितनी है?
इतनी विशाल रेलवे प्रणाली के साथ, क्या आपने कभी सोचा है कि एक पूरी ट्रेन के निर्माण और संचालन में कितना खर्च आता है? यहाँ विस्तृत विवरण दिया गया है:

मानक पूर्ण ट्रेन (24 कोच):
24 बोगियों (कोच) वाली एक पूर्ण आकार की ट्रेन की लागत आमतौर पर लगभग ₹60 से ₹70 करोड़ होती है।
प्रकार-आधारित लागत भिन्नता:
ट्रेन की लागत, ट्रेन के प्रकार, प्रयुक्त तकनीक और कोचों की संख्या के आधार पर भिन्न हो सकती है।
मेमू ट्रेन (20 कोच):
20 कोच वाली एक सामान्य मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन की लागत लगभग ₹30 करोड़ होती है।
कालका मेल (आईसीएफ प्रकार - 25 कोच):
25 कोच वाली एक आईसीएफ-प्रकार की कालका मेल की कीमत लगभग ₹40.3 करोड़ है।
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