लाइव हिंदी खबर :- समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आज़म ख़ान ने शुक्रवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से लखनऊ में मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि इतिहास के तमाम अन्यायों और अत्याचारों के बावजूद इस धरती पर अब भी कुछ लोग ज़िंदा हैं और रहेंगे, जिनकी सहनशीलता पत्थर और पहाड़ों से भी अधिक मजबूत है।
आजम खान ने कहा कि जब भी वे अखिलेश यादव से मिलते हैं, वे अपने बारे में बहुत कम बात करते हैं, बल्कि उन दर्दनाक पलों को याद करते हैं जो उन्होंने झेले हैं। उन्होंने कहा कि हम उन तकलीफ़ों का ज़िक्र इसलिए करते हैं ताकि आने वाली पीढ़ियाँ जान सकें कि कभी किसी के साथ ऐसा भी हुआ था और वे उससे सबक ले सकें।
उन्होंने अपने बयान में कहा कि उन्हें खुशी है कि आज कुछ हद तक गलतफहमियाँ दूर हुई हैं। जो लोग पहले मुझे गलत समझते थे, अब शायद उन्हें यह अहसास होने लगा है कि हमारे साथ बहुत नाइंसाफी हुई थी। गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में आज़म ख़ान को कई कानूनी मामलों का सामना करना पड़ा और वे लंबे समय तक जेल में भी रहे। वे समाजवादी पार्टी के संस्थापक नेताओं में से एक माने जाते हैं और सपा की राजनीति में उनका अहम स्थान रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अखिलेश यादव और आज़म ख़ान की यह मुलाकात सपा के भीतर पुराने नेताओं के साथ फिर से तालमेल बनाने का संकेत है। आने वाले विधानसभा उपचुनावों और 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारी में सपा पुराने नेताओं को साथ लेकर अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है। इस मुलाकात को पार्टी के भीतर भावनात्मक पुनर्संवाद के रूप में देखा जा रहा है।
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