घाटशिला: घाटशिला विधानसभा उपचुनाव के प्रचार में अब भावनात्मक माहौल हावी होता नज़र आ रहा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के लिए यह उपचुनाव एक बड़ी चुनौती और प्रतिष्ठा की लड़ाई बन चुका है, जिसके चलते पार्टी की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन ने भी मोर्चा संभाल लिया है।
मंच पर छलका दर्द
पूर्व विधायक रामदास सोरेन की पत्नी, सूरजमणि सोरेन, मंगलवार को प्रचार मंच पर भावुक हो गईं। मंच पर मौजूद कल्पना सोरेन की मौजूदगी में सूरजमणि सोरेन रोने लगीं। उन्होंने अपने बेटे और जेएमएम प्रत्याशी सोमेश सोरेन को जिताने के लिए भावनात्मक अपील की।
कल्पना सोरेन ने बंधाया ढांढस
रामदास सोरेन की पत्नी को रोता देख कल्पना सोरेन ने तुरंत उन्हें ढांढस बंधाया और संभाल लिया। कल्पना सोरेन ने भी इस अवसर पर दिवंगत विधायक रामदास सोरेन को याद करते हुए मार्मिक भावनात्मक अपील की। एक महिला के लिए अपने पति को खो देना संसार के उजड़ जाने जैसा होता है। मां के सिंदूर का मिटना, साकम और सांखा-पोला का टूटना – यह दर्द एक महिला ही सबसे ज्यादा समझ सकती है।
अधूरा सपना पूरा करने का आह्वान
उन्होंने समर्थकों से भावनात्मक रूप से जुड़ते हुए कहा कि जब किसी महिला के साथ ऐसी त्रासदी होती है, तो सबसे पहले 'महिला शक्ति' ही उसके आंसू पोंछने का काम करती है। कल्पना सोरेन ने जनता से अपील की कि रामदास सोरेन के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए सभी मिलकर उनके बेटे सोमेश सोरेन को मजबूत करें और उन्हें भारी बहुमत से विजयी बनाएं।
यह प्रचार अभियान साफ दिखाता है कि जेएमएम इस सीट पर जीत सुनिश्चित करने के लिए भावनात्मक जुड़ाव को सबसे बड़े हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है।
मंच पर छलका दर्द
पूर्व विधायक रामदास सोरेन की पत्नी, सूरजमणि सोरेन, मंगलवार को प्रचार मंच पर भावुक हो गईं। मंच पर मौजूद कल्पना सोरेन की मौजूदगी में सूरजमणि सोरेन रोने लगीं। उन्होंने अपने बेटे और जेएमएम प्रत्याशी सोमेश सोरेन को जिताने के लिए भावनात्मक अपील की।
रामदास दा की शक्ति बनकर हर संघर्ष में साथ रहीं उनकी अर्द्धांगिनी आज भावनाओं से भर आईं।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 4, 2025
पर झारखंड, घाटशिला और झामुमो गठबंधन उनके साथ है — हर कदम, हर परिस्थिति में।
रामदास दा अमर रहें।
जय झारखंड। pic.twitter.com/JcidBH8S42
कल्पना सोरेन ने बंधाया ढांढस
रामदास सोरेन की पत्नी को रोता देख कल्पना सोरेन ने तुरंत उन्हें ढांढस बंधाया और संभाल लिया। कल्पना सोरेन ने भी इस अवसर पर दिवंगत विधायक रामदास सोरेन को याद करते हुए मार्मिक भावनात्मक अपील की। एक महिला के लिए अपने पति को खो देना संसार के उजड़ जाने जैसा होता है। मां के सिंदूर का मिटना, साकम और सांखा-पोला का टूटना – यह दर्द एक महिला ही सबसे ज्यादा समझ सकती है।
अधूरा सपना पूरा करने का आह्वान
उन्होंने समर्थकों से भावनात्मक रूप से जुड़ते हुए कहा कि जब किसी महिला के साथ ऐसी त्रासदी होती है, तो सबसे पहले 'महिला शक्ति' ही उसके आंसू पोंछने का काम करती है। कल्पना सोरेन ने जनता से अपील की कि रामदास सोरेन के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए सभी मिलकर उनके बेटे सोमेश सोरेन को मजबूत करें और उन्हें भारी बहुमत से विजयी बनाएं।
यह प्रचार अभियान साफ दिखाता है कि जेएमएम इस सीट पर जीत सुनिश्चित करने के लिए भावनात्मक जुड़ाव को सबसे बड़े हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है।
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