नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले पर पार्टी लाइन से अलग नेताओं के बयान से राहुल गांधी नाराज बताए जा रहे हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस नेताओं को कहा गया है कि पार्टी लाइन से अलग बयान न दें। अभी हाल ही में कांग्रेस नेताओं की ओर से पहलगाम पर ऐसे बयान सामने आए जिस पर विवाद हुआ और बीजेपी की ओर से निशाना बनाया गया। हालिया बयान महाराष्ट्र से कांग्रेस विधायक ओर से आया है। 22 अप्रैल की घटना पर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार का कहना है कि आतंकियों के पास इतना समय नहीं कि वह धर्म पूछकर मारे। हाल ही में रॉबर्ट वाड्रा और दूसरे नेताओं के भी ऐसे बयान सामने आए जिस पर बीजेपी नेताओं ने हमला बोला। कांग्रेस आलाकमान ने सोमवार को अपने नेताओं से कहा है कि वे जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर कोई भी ऐसा बयान न दें जो पार्टी की आधिकारिक लाइन से अलग हो। पिछले हफ्ते हुए इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। यह निर्देश इसलिए दिया गया क्योंकि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने इस हमले को लेकर ऐसे बयान दे दिए थे जिन पर विवाद हो गया और उनकी काफी आलोचना हुई। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी इस बात से नाराज हुए कि नेता अपनी मर्जी से अलग-अलग बातें कह रहे हैं, जिससे लोगों में पार्टी के असली रुख को लेकर कन्फ्यूजन पैदा हो रहा है। इसलिए पार्टी ने अपने नेताओं को इस मुद्दे पर ऐसे बयान देने से मना किया है। कांग्रेस MLA विजय वडेट्टीवार ने पहलगाम आतंकी हमले पर सवाल उठाकर एक नया विवाद छेड़ दिया है। उन्होंने पूछा है कि क्या आतंकियों ने हमले से पहले पीड़ितों की धार्मिक पहचान की पुष्टि की थी। वडेट्टीवार ने सरकार से इस हमले की जिम्मेदारी लेने और दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है। उन्होंने कहा सरकार को पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। वडेट्टीवार के इस बयान पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कुछ लोगों को पाकिस्तान का समर्थक बनने की होड़ से बाहर निकलना होगा। यह न तो उनके हित में है और न ही देश के हित में। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी कांग्रेस नेताओं पर पाकिस्तान को क्लीन चिट देने की होड़ में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, कांग्रेस नेता एक के बाद एक पाकिस्तान को क्लीन चिट देने की होड़ में लगे हैं। अभी हाल ही में रॉबर्ट वाड्रा ने हमले के पीछे आतंकवादियों की सोच पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वे संभवतः भारत में मुसलमानों के साथ कथित अन्याय का बदला लेने के लिए गैर-मुस्लिमों को निशाना बनाया। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने घटना को ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए इसके लिए भारत के विभाजन को जिम्मेदार ठहराया। वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के हवाले से यह बात सामने आई कि इस हमले की प्रतिक्रिया में पाकिस्तान के साथ युद्ध जैसा कदम उठाने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, बाद में सिद्धारमैया ने स्पष्ट किया कि उनकी बात को सही ढंग से नहीं समझा गया या गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया।
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