नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत आगरकर की युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के साथ हुई लंबी बातचीत ने वनडे टीम में रोहित शर्मा के भविष्य को लेकर अटकलों का बाजार गर्म कर दिया है। यह घटना दूसरे वनडे से ठीक पहले हुई, जब रोहित शर्मा नेट में अभ्यास कर रहे थे, लेकिन उनका मूड कुछ अलग ही नजर आया। रिपोर्टों के अनुसार, रोहित ने अभ्यास के बाद किसी से बात नहीं की और अकेले ही होटल लौट गए। इसी दौरान गंभीर और आगरकर ने जायसवाल से लंबी चर्चा की। जायसवाल को रोहित की जगह बतौर ओपनर भविष्य का विकल्प माना जा रहा है।
रोहित का बदला हुआ मूड
शुभमन गिल को वनडे टीम का नया कप्तान बनाए जाने के बाद, रोहित की प्लेइंग इलेवन में जगह अब पक्की नहीं है। एडिलेड ओवल में हुए नेट सेशन के लिए रोहित सबसे पहले पहुंचे और पसीना बहाया, लेकिन उनके हाव-भाव में चिंता झलक रही थी। हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित का अंदाज सामान्य नहीं था, उन्हें ऑफ मूड में बताया गया। आमतौर पर वह मीडिया और फैंस से हंसकर बात करते हैं, लेकिन इस बार वह अकेले ही वापस लौटे।
गंभीर-आगरकर ने जायसवाल से की लंबी सीरियस बात
जिस समय रोहित अकेले लौट रहे थे, उसी वक्त हेड कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत आगरकर ने यशस्वी जायसवाल के साथ एक लंबी और गंभीर बातचीत की। जायसवाल को लंबे समय से रोहित के संभावित ओपनिंग विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। इस बातचीत ने भारतीय वनडे टीम में बड़े बदलावों और रोहित युग के बाद की शुरुआत की अटकलों को हवा दे दी है।
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि रोहित शर्मा खुद वनडे की कप्तानी छोड़ना नहीं चाहते थे। यह फैसला अजीत आगरकर ने वनडे सीरीज से पहले गिल को नया कप्तान घोषित करके सुनाया था। यानी, रोहित का वनडे कप्तानी छोड़ना उनकी मर्जी से नहीं, बल्कि चयनकर्ताओं का मजबूरन फैसला था।
चुनौतियों से घिरे रोहित
38 साल के रोहित ने अपनी कमिटमेंट दिखाते हुए शानदार फिटनेस बदलाव किए हैं, जिसकी काफी तारीफ हुई है। लेकिन उनकी हालिया फॉर्म पर चिंता है। पहले वनडे में सिर्फ 8 रन बनाने के बाद यह स्पष्ट है कि सिर्फ फिटनेस ही उन्हें लंबे समय तक टीम में नहीं रख पाएगी। उनकी फॉर्म, टीम की जरूरतें और युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन ये सभी मिलकर तय करेंगे कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य किस दिशा में जाएगा।
रोहित का बदला हुआ मूड
शुभमन गिल को वनडे टीम का नया कप्तान बनाए जाने के बाद, रोहित की प्लेइंग इलेवन में जगह अब पक्की नहीं है। एडिलेड ओवल में हुए नेट सेशन के लिए रोहित सबसे पहले पहुंचे और पसीना बहाया, लेकिन उनके हाव-भाव में चिंता झलक रही थी। हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित का अंदाज सामान्य नहीं था, उन्हें ऑफ मूड में बताया गया। आमतौर पर वह मीडिया और फैंस से हंसकर बात करते हैं, लेकिन इस बार वह अकेले ही वापस लौटे।
गंभीर-आगरकर ने जायसवाल से की लंबी सीरियस बात
जिस समय रोहित अकेले लौट रहे थे, उसी वक्त हेड कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत आगरकर ने यशस्वी जायसवाल के साथ एक लंबी और गंभीर बातचीत की। जायसवाल को लंबे समय से रोहित के संभावित ओपनिंग विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। इस बातचीत ने भारतीय वनडे टीम में बड़े बदलावों और रोहित युग के बाद की शुरुआत की अटकलों को हवा दे दी है।
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि रोहित शर्मा खुद वनडे की कप्तानी छोड़ना नहीं चाहते थे। यह फैसला अजीत आगरकर ने वनडे सीरीज से पहले गिल को नया कप्तान घोषित करके सुनाया था। यानी, रोहित का वनडे कप्तानी छोड़ना उनकी मर्जी से नहीं, बल्कि चयनकर्ताओं का मजबूरन फैसला था।
चुनौतियों से घिरे रोहित
38 साल के रोहित ने अपनी कमिटमेंट दिखाते हुए शानदार फिटनेस बदलाव किए हैं, जिसकी काफी तारीफ हुई है। लेकिन उनकी हालिया फॉर्म पर चिंता है। पहले वनडे में सिर्फ 8 रन बनाने के बाद यह स्पष्ट है कि सिर्फ फिटनेस ही उन्हें लंबे समय तक टीम में नहीं रख पाएगी। उनकी फॉर्म, टीम की जरूरतें और युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन ये सभी मिलकर तय करेंगे कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य किस दिशा में जाएगा।
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