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किंग कोबरा या नेवला! किसके अंदर कितना दम-कितना जहर, लड़ाई हुई तो किसे मिलेगी जीत? मिल गया जवाब

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नई दिल्ली: जंगली जानवरों को लेकर एक सवाल अक्सर मन में आता है कि सांप और नेवले की लड़ाई में जीत किसकी होती है। कई हिंदी फिल्मों में भी इन दोनों की लड़ाई देखने को मिलती है। ये सवाल उस वक्त और ज्यादा गहरा हो जाता है, जब बात किंग कोबरा और सफेद पूंछ वाले नेवले की हो। ये दोनों ही खतरनाक जानवर हैं। दोनों के अंदर एक-दूसरे की जान लेने की पावर भी है। एक की पहचान दुनिया के सबसे लंबे जहरीले सांप के तौर पर है और दूसरा अपनी फुर्ती और रफ्तार के लिए जाना जाता है। आइए, आपको इन दोनों की पावर के बार में बताते हैं।सबसे पहले बात करते हैं किंग कोबरा की, जो साइज में 12 से 19 फीट तक लंबे होते हैं। इनके अंदर मिलने वाला शक्तिशाली न्यूरोटॉक्सिक जहर इनकी सबसे बड़ी ताकत है। किंग कोबरा के काटने पर इसके जहर से इंसान की मौत तक हो सकती है। किंग कोबरा की ताकत उसके जहर और साइज पर निर्भर करती है। ये वजन में 8 से 9 किलो तक होते हैं।वहीं, सफेद पूंछ वाला नेवला भले ही साइज में छोटा होता है, लेकिन उसकी तेजी और फुर्ती उसे कोबरा की टक्कर का जानवर बना देती है। नेवले के अंदर जहर प्रतिरोधक क्षमता भी होती है, यानी उसके ऊपर कोबरा के जहर का असर नहीं होता। महज 103 सेंटीमीटर तक औसत लंबाई वाले इस नेवले का वजन 4 से 5 किलो तक होता है। खतरा महसूस करने में कौन आगे?सफेद पूंछ वाले नेवले और किंग कोबरा दोनों में ही अच्छी संवेदी क्षमताएं होती हैं। हालांकि, इनके कारण अलग-अलग हैं। नेवले में सुनने, देखने और सूंघने की अच्छी क्षमता होती है। इनके जरिए नेवला अपने ऊपर आने वाले हर खतरे से आगाह रहता है। यहां तक कि किंग कोबरा जैसे सांप के हमलों से भी अपनी इन्हीं क्षमताओं के कारण ये बच जाते हैं।दूसरी ओर, किंग कोबरा नेवले जितना संवेदनशील नहीं होता। हालांकि, इसमें सूंघने की बहुत अच्छी क्षमता होती है। यह क्षमता उसे अपने शिकार को खोजने और खतरे का पता लगाने में मदद करती है। इसके अलावा किंग कोबरा रफ्तार को पकड़ने में भी बेहतर होता है। घने जंगलों में भी वह शिकार और अपने ऊपर आने वाले खतरे को देख लेता है। हवा या जमीन से गंध के कणों को इकट्ठा करने के लिए ये अपनी जीभ का इस्तेमाल करते हैं, जो इनके मुंह की छत में होती है। कौन ज्यादा तेज?फुर्ती और रफ्तार के मामले में नेवला बेहतर है। सफेद पूंछ वाले नेवले अपनी फुर्ती और रफ्तार के कारण कोबरा के काटने से बचने में माहिर हैं। किंग कोबरा का हमला काफी तेज होता है, लेकिन नेवला इस सांप से ज्यादा फुर्तीला है। इसकी फुर्ती इसे चारों ओर से बचने और एक सेकंड में जवाबी हमला करने में मदद करती है। किंग कोबरा ताकत में ज्यादा होने के बावजूद कई बार पिछड़ता हुआ दिखता है। जहर और काटने की शक्तिकिंग कोबरा का सबसे खतरनाक हथियार इसका न्यूरोटॉक्सिक जहर है। यह एक ही बार में शिकार को खत्म कर देता है। ये जहर इतना ज्यादा शक्तिशाली है कि एक ही हमले में 11 इंसानों को मार सकता है। इसकी गिनती दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में होती है। कई बार इसके काटने से इंसान लकवाग्रस्त तक हो जाता है।इनके मुकाबले नेवला जहरीला नहीं होता। हालांकि, इसकी भरपाई के लिए उसके अंदर बेहद खतरनाक और मजबूत काटने की शक्ति होती है। अपने शक्तिशाली जबड़ों का इस्तेमाल करके यह अपने शिकार को गंभीर हालत में पहुंचा सकता है। इसके साथ ही नेवले के अंदर जहर के प्रति उच्च प्रतिरोधक क्षमता होती है। लड़ाई में कौन जीतेगा?सफेद पूंछ वाले नेवले और किंग कोबरा के बीच लड़ाई में नेवले की फुर्ती, रफ्तार और जहर के प्रति प्रतिरोधक क्षमता इसे ज्यादा ताकतवर बनाती है। किंग कोबरा का जहर घातक होता है, लेकिन नेवले के तेज पलटवार की वजह से ये बेकार हो जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि आखिर में नेवले का दिमाग और जिंदा रहने की उसकी रणनीति, उसे ज्यादातर लड़ाइयों में जीतने का मौका दे देती है।
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