एड गुरु पीयूष पांडे का 23 अक्टूबर को निधन हो गया था, जिसे पूरे देश में शोक की लहर फैल गई थी। आम जनता से लेकर बड़ी हस्तियों तक, हर कोई पीयूष पांडे के अचानक निधन से स्तब्ध रह गया था। 25 अक्टूबर को पीयूष पांडे के अंतिम संस्कार में उन्हें आखिरी विदाई देने अमिताभ बच्चन पहुंचे। साथ में बेटे अभिषेक बच्चन भी थे। सोशल मीडिया पर तस्वीरें और वीडियो वायरल हैं।
पीयूष पांडे को अंतिम विदाई देने बहन और सिंगर ईला अरुण के अलावा मनोज पहवा भी पहुंचे। हाल ही अमिताभ ने पीयूष पांडे के निधन पर शोक जताते हुए एक पोस्ट लिखा था, जिसने फैंस को भी भावुक कर दिया। अमिताभ और पीयूष पांडे का काफी पुराना नाता था। दोनों ने साथ में काफी काम किया था।
अमिताभ बच्चन और पीयूष पांडे का रिश्ता, साथ में किए थे ये कैपेन
अमिताभ बच्चन ने 90 के दशक में जो पोलियो कैंपेन किया था, उसे पीयूष पांडे ने ही डिजाइन किया था। उस सफल कैंपेन के अलावा अमिताभ ने पीयूष पांडे के डिजाइन किए कई विज्ञापनों में काम किया। बताया जाता है कि जब पीयूष पांडे ने पोलियो का कैंपेन डिजाइन किया था, तो उनके दिमाग में सिर्फ अमिताभ बच्चन का नाम था। चर्चा तो यह भी होती है कि उस पोलियो कैंपेन के लिए अमिताभ ने एक भी रुपया फीस नहीं ली थी। इसके कुछ साल बाद अमिताभ बच्चन और पीयूष पांडे ने मिलकर गुजरात टूरिजम को बढ़ावा देने वाले एड पर काम किया, जो 'खुशबू गुजरात की' नाम से मशहूर हुआ।
पीयूष पांडे का निधन कैसे हुआ?
मालूम हो कि पीयूष पांडे कुछ दिन पहले दिल्ली आए थे। यहां उन्हें इंफेक्शन हो गया था। ईला अरुण ने 'इंडियन एक्सप्रेस' से कहा था कि उनके भाई पीयूष को निमोनिया था। उसकी वजह से कुछ कॉम्प्लिकेशंस हो गए और पीयूष पांडे का निधन हो गया। निमोनिया के बाद पीयूष को चिकनपॉक्स हो गया था, जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई थी।
पीयूष पांडे को अंतिम विदाई देने बहन और सिंगर ईला अरुण के अलावा मनोज पहवा भी पहुंचे। हाल ही अमिताभ ने पीयूष पांडे के निधन पर शोक जताते हुए एक पोस्ट लिखा था, जिसने फैंस को भी भावुक कर दिया। अमिताभ और पीयूष पांडे का काफी पुराना नाता था। दोनों ने साथ में काफी काम किया था।
अमिताभ बच्चन और पीयूष पांडे का रिश्ता, साथ में किए थे ये कैपेन
अमिताभ बच्चन ने 90 के दशक में जो पोलियो कैंपेन किया था, उसे पीयूष पांडे ने ही डिजाइन किया था। उस सफल कैंपेन के अलावा अमिताभ ने पीयूष पांडे के डिजाइन किए कई विज्ञापनों में काम किया। बताया जाता है कि जब पीयूष पांडे ने पोलियो का कैंपेन डिजाइन किया था, तो उनके दिमाग में सिर्फ अमिताभ बच्चन का नाम था। चर्चा तो यह भी होती है कि उस पोलियो कैंपेन के लिए अमिताभ ने एक भी रुपया फीस नहीं ली थी। इसके कुछ साल बाद अमिताभ बच्चन और पीयूष पांडे ने मिलकर गुजरात टूरिजम को बढ़ावा देने वाले एड पर काम किया, जो 'खुशबू गुजरात की' नाम से मशहूर हुआ।
पीयूष पांडे का निधन कैसे हुआ?
मालूम हो कि पीयूष पांडे कुछ दिन पहले दिल्ली आए थे। यहां उन्हें इंफेक्शन हो गया था। ईला अरुण ने 'इंडियन एक्सप्रेस' से कहा था कि उनके भाई पीयूष को निमोनिया था। उसकी वजह से कुछ कॉम्प्लिकेशंस हो गए और पीयूष पांडे का निधन हो गया। निमोनिया के बाद पीयूष को चिकनपॉक्स हो गया था, जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई थी।
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