नई दिल्ली: यह बात किसी से छिपी नहीं है कि पहलगाम में बेगुनाह टूरिस्ट को निशाना बनाने के पीछे आतंकवादियों और उनके आकाओं का मकसद क्या था। वे किसी भी सूरत में केंद्र शासित प्रदेश की तरक्की बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। यह बात भी उतनी ही सच है कि पहलगाम में जिस तरह से सैलानियों का धर्म पूछ कर, उनकी पहचान जानने के बाद एक के बाद 26 लोगों को चुन-चुनकर मौत की नींद सुलाया गया, उसी का नतीजा है कि कश्मीर में उस समय जो लोग थे, उनकी वापसी की लाइन लग गई। एयरलाइंस कंपनियों को अतिरिक्त सेवाएं देनी पड़ीं। होटल खाली हो गए, टूरिज्म पर निर्भर कारोबार ठप सा पड़ना शुरू गया और यहां तक की जरूरत के सामानों की डिमांड घटने की भी रिपोर्ट आने लगीं। इस हालात को देखते हुए जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जो चिंता जताई है, उसमें बीजेपी उनके साथ पूरी तरह से खड़ी दिख रही है और हर हाल में फिर से कश्मीर के टूरिज्म को वही मकाम दिलाने का संकल्प ले रही है, जो पिछले कुछ वर्षों में हासिल होने लगा है। आतंकियों के मकसद से हिल चुके हैं अब्दुल्लापहलगाम की घटना के बाद जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में बेगुनाह सैलानियों की मौत पर जिस तरह से अपने दुख को जाहिर किए हैं, उसमें इस बात का भी अहसास है कि उनकी सरकार और स्थानीय आवाम के लिए भी यह कितना बड़ा झटका है। उन्होंने कहा कि 'पर्यटकों से माफी मांगने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।' उन्हें पूरा इल्म है कि अगर इस दहशतगर्दी की वजह से टूरिस्ट में पैदा हुई दहशत कुछ दिन कायम रही तो धरती की जन्नत की खूबसूरती निहारने आने वालों के लाले पड़ जाएंगे। यही वजह है कि पिछले शनिवार को ही उन्होंने कहा था, 'मैं पर्यटकों के बीच डर को समझ सकता हूं.... जो लोग छुट्टी मनाने यहां आते हैं, वे किसी भी डर का अनुभव नहीं करना चाहते, लेकिन मैं उन्हें यह भी बताना चाहता हूं कि अगर वे ऐसे समय में कश्मीर छोड़ते हैं, तो इससे हमारे दुश्मनों को ही जीत मिल सकती है... उन्होंने टूरिस्ट्स को इसलिए निशाना बनाया, क्योंकि वे सभी पर्यटकों को कश्मीर से बाहर भेजना चाहते थे।' टूरिज्म के मोर्चे पर उमर के साथ खड़ी हुई बीजेपीजम्मू और कश्मीर में पैदा हुए इस हालात पर एनबीटी ऑनलाइन ने बीजेपी नेता और दिल्ली के पार्टी उपाध्यक्ष राजीव बब्बर से खात बात की। उन्होंने भी यही कहा, "वहां जो सक्सेस हुआ, उसके कारण टूरिज्म बढ़ा, उसे डिस्टर्ब करने के लिए टेररिस्ट ने बड़ी घटना की है..तो हम अगर टूरिस्ट को मोटिवेट नहीं करेंगे तो टेररिस्ट जो चाहते हैं, उसमें उन्हें सफलता मिलेगी। सुरक्षा को और दुरुस्त करके घटना का बदला तो लिया ही जाएगा, उसके साथ ही विकास भी चलते रहना चाहिए और लोगों का आना-जाना भी नहीं रुकना चाहिए।" टूरिस्ट से होने लगी थी कश्मीर में तरक्कीबीजेपी नेता ने कहा, "ये जो टूरिस्ट आना शुरू हुए थे कश्मीर में, ये कश्मीर के लोगों को ताकत दे रहे थे। क्योंकि वहां रेवेन्यू बढ़ रहा था, विकास हो रहे थे। जिस तरह से वहां हाइवे बने, सड़कें बनाई गईं, बजट दिया गया...मोदी सरकार से पहले जम्मू-जम्मू कश्मीर हमेशा नेगलेक्टेड ही रहा है।" पर्यटकों का सिलसिला बरकरार रखने पर जोरतथ्य यह है कि आर्टिकल 370 हटने के बाद 'सुरक्षित जम्मू और कश्मीर' की छवि पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इसलिए भाजपा ने स्थानीय कारोबारियों और सैलानियों का विश्वास फिर से जीतने के लिए एक अभियान शुरू किया है। भाजपा नेता के मुताबिक, "हमारी जो सरकार है, वह टेररिज्म खत्म करने के लिए कमिटेड है। इसके लिए और प्रयास और एक्शन होगा, ताकि मजबूती और बढ़े और विश्वास वापस बहाल किया जाए। वह इलाका भारत माता का इलाका है, पाकिस्तान का नहीं है...इसलिए हमारे देश के लोगों की आवाजाही बाधित नहीं होनी चाहिए, बढ़नी चाहिए। यही हमारा मिशन है और इसी के लिए हम काम कर रहे हैं।" पर्यटकों को प्रेरित करेगी बीजेपीजब उनसे हमले यह पूछा कि पहलगाम की वजह से लोगों के मन में जो एक भय का माहौल बना है, उसे दूर करने के लिए बीजेपी के पास किस तरह की योजना है। इसपर वे बोले, "कोई चीज भी जब होती है, तो उस कॉन्फिडेंस को विकसित करने में थोड़ा सा टाइम लगता है और उसके लिए हमारा स्टैंड बहुत क्लियर है कि हम लोगों को मोटिवेट भी करें और हम वहां जाएं भी; और यह विश्वास सेना फिर बना लेगी, इसमें कोई शक नहीं है। क्योंकि, वह भूमि भारत वर्ष की है, वहां टेररिज्म जिंदा हम रहने नहीं देंगे। हम कह सकते हैं कि पिछले चार-पांच साल में 19 के बाद कंट्रोल होते हुए कोई बड़ी घटना नहीं हुई थी, छिटपुट घटनाओं को हम छोड़ दें तो...दोबारा 25 के अंदर उन्होंने जो जुर्रत की है, बहुत बुरी तरह से खत्म किया जाएगा, ताकि फिर हिम्मत न करें।" पर्यटन को जीडीपी का 15% बनाना लक्ष्यइसी साल मार्च में अपने बजट भाषण में उमर अब्दुल्ला ने पर्यटन के महत्व पर जोर देते हुए कहा था कि 'यह संस्कृति और अर्थव्यवस्था में गहराई से समाया हुआ है।' उन्होंने कहा पिछले साल 2.36 करोड़ पर्यटकों के आने के बाद केंद्र शासित प्रदेश की 'प्रमुख गंतव्य' के रूप में स्थिति फिर से मजबूत हुई है। उन्होंने जानकारी दी कि गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों के लिए नई मास्टर प्लान बनाएगा और नए पर्यटन केंद्रों में बुनियादी ढांचे और सुविधाओं को बढ़ाएगा। इस बजट में पर्यटन के लिए 390.2 करोड़ रुपये आवंटित किए गए और सीएम ने बताया कि उनका लक्ष्य अगले चार से पांच वर्षों में पर्यटन के योगदान को सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) में मौजूदा 7% से कम से कम 15% तक बढ़ाना है।
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