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कौन हैं चैतर वसावा? जिन्हें 63 दिन के बाद विधानसभा सत्र के लिए मिली 3 दिन की पैराेल, अब चार्जशीट ने बढ़ाया संकट

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अहमदाबाद: गुजरात में आम आदमी पार्टी के फायरब्रांड आदिवासी नेता चैतर वसावा को सोमवार सुबह वडोदरा सेंट्रल जेल से सीधे विधानसभा पहुंचे। वसावा को मानसून सत्र में भाग लेने के लिए कोर्ट ने तीन दिन की पैरोल दी है, हालांकि इस दौरान कोर्ट ने मीडिया को संबोधित न करने, रैलियां न करने और नर्मदा जिले में प्रवेश न करने की शर्त भी बनाए रखी है। वसावा करीब तीन बजे विधानसभा में पहुंचे। नर्मदा जिले की डेडियापाड़ा विधानसभा से प्रचंड तरीके से जीते वसावा को एक तालुका पंचायत कर्मचारी पर कथित हमले के आरोप में अरेस्ट किया गया था। वसावा ने जमानत के लिए निचली कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट तक खूब कोशिश की थी, लेकिन उन्हें जमानत नहीं मिल पाई थी। अब इस मामले में चार्जशीट दाखिल से होने से फिर मामला निचली कोर्ट यानी राजपीपला पहुंच गया है।









चैतर वसावा ने टिकी रही नजरें

गुजरात विधानसभा के सत्र के पहले दिन स्पीकर शंकर चौधरी ने पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का के चित्र का सदन के अंदर लगाया। रुपाणी की अहमदाबाद विमान हादसे में मौत हो गई थी, तो वहीं दूसरी मनरेगा घोटाले में फंसे सरकार के मंत्री बचूभाई खाबड़ के भी पहुंचने को लेकर भी काफी चर्चाएं रहीं। इस सब के बीच आम आदमी पार्टी के विधायक चैतर वसावा की खूब चर्चा रही। चैतर वसावा अकेले ही विधानसभा गृह में पहुंचे, तो वहीं आप के तीन अन्य विधायकों ने राज्य में टूटी सड़कों को लेकर प्रदर्शन किया। उपचुनाव में विसावदर से जीते गोपाल इटालिया पहली बार सदन में पहुंचे। गुजरात में आम आदमी पार्टी की कमान पत्रकारिता से राजनीति में कदम रखने वाले इसुदान गढ़वी के हाथों में है।









राजपीपला कोर्ट में बेल पर सुनवाई

एक ओर चैतर वसावा जहां सत्र अटेंड करने के लिए वडोदरा से गांधीनगर गए तो वहीं नर्मदा जिले की राजपीपला कोर्ट में उनकी जमानत की अर्जी पर सुनवाई हुई। पुलिस के निचली कोर्ट के सुनवाई हुई। अगर चैतर वसावा को निचली कोर्ट से जमानत मिलती है तो उन्हें लिए यह बड़ी राहत होगी नहीं तो उन्हें 10 सितंबर की शाम को फिर से वडोदरा जेल का रुख करना पड़ेगा। इतना ही नहीं उनकी लीगत टीम को निचली कोर्ट के बाद फिर ऊपरी कोर्ट का रुख करना पड़ेगा। आम आदमी पार्टी में आने से पहले चैतर वसावा भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) में थे। दिग्गज आदिवासी नेता चैतर वसावा का गुरु छोटू वसावा को माना जाता है, हालांकि चैतर अब गुजरात में सबसे बड़े आदिवासी नेता बन गए हैं। उनकी अपने क्षेत्र में तगड़ी फैन फालाेइंग है। 2022 के चुनाव में आप को पांच सीटें मिली थी, इनमें सबसे बड़े अंतर से चैतर वसावा ही जीते थे। चैतर वसावा को आम आदमी पार्टी ने विधानसभा में नेता विधायक दल भी बनाया हुआ है।
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