नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के तिमारपुर में 6 अक्टूबर को एक यूपीएससी कैंडिडेट की नृशंस हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया। दिल्ली पुलिस ने अब इस हत्याकांड की साजिश का पर्दाफाश कर दिया है। इस मामले में एक लड़की समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि 21 वर्षीय फोरेंसिक साइंस के छात्र समेत तीन लोगों को पीड़ित का गला घोंटने, उसके शव को आग लगाने और सबूत मिटाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। मृत छात्र का जला हुआ शव गांधी विहार स्थित एक फ्लैट में मिला था।
हत्याकांड में प्रेमिका समेत तीन आरोपी अरेस्ट
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 21 वर्षीय अमृता चौहान, 27 वर्षीय सुमित कश्यप और 29 वर्षीय संदीप कुमार के रूप में की है। सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के रहने वाले हैं। जांचकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने कथित तौर पर पीड़ित राम केश मीणा की हत्या की और बाद में आग लगाने और जांचकर्ताओं को गुमराह करने के लिए एलपीजी सिलेंडर का रेगुलेटर खोलने से पहले शव पर तेल, घी और अल्कोहल डाला और फिर आग लगा दी।
पुलिस ने ऐसे किया मर्डर केस का खुलासा
पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 21 साल की लड़की, उसके पूर्व-बॉयफ्रेंड और उसके दोस्त ने मिलकर लड़की के लिव-इन पार्टनर की हत्या कर दी। इतना ही नहीं, उन्होंने इस हत्या को आग लगने की घटना बताकर छुपाने की कोशिश की। पुलिस के मुताबिक, लड़की को शक था कि उसके पार्टनर के पास एक हार्ड डिस्क है जिसमें उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो हैं।
आरोपी लड़की ने पूर्व प्रेमी के साथ मिलकर रची साजिश
यह पूरा प्लान लड़की, अमृता चौहान, उसके पूर्व-बॉयफ्रेंड सुमित कश्यप और उसके दोस्त संदीप कुमार ने मिलकर बनाया था। ये तीनों उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के रहने वाले हैं, जहां से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। घटना 6 अक्टूबर की है। पुलिस को गांधी विहार की एक चौथी मंजिल की फ्लैट में आग लगने की सूचना मिली थी। जब फायर ब्रिगेड वहां पहुंची तो उन्हें एक जली हुई लाश मिली। बाद में उसकी पहचान 32 साल के रामकेश मीणा के रूप में हुई। उस समय पुलिस ने लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया था।
सीसीटीवी फुटेज से हुआ मामले का खुलासा
हालांकि, सीसीटीवी फुटेज ने इस पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया। फुटेज में देखा गया कि घटना वाले दिन दो नकाबपोश लोग बिल्डिंग में घुसते हैं। करीब 39 मिनट बाद उनमें से एक बाहर निकलता है। फिर रात 2.57 बजे एक महिला अपने साथ एक और व्यक्ति के साथ परिसर से बाहर निकलती है। इसके ठीक बाद फ्लैट में आग लग जाती है। इससे पुलिस को शक हुआ।
पूरी प्लानिंग से हत्या को हादसा दिखाने की हुई थी तैयारी
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने उस महिला की पहचान कर ली थी और उसका फोन लोकेशन भी घटना स्थल के पास मिला था। जब पुलिस ने उससे संपर्क करने की कोशिश की तो उसका फोन बंद था। मुरादाबाद में कई जगहों पर छापेमारी के बाद 18 अक्टूबर को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया और सुमित कश्यप और संदीप कुमार की संलिप्तता के साथ-साथ हत्या का मकसद भी बताया। पुलिस ने मौके से वह हार्ड डिस्क, एक ट्रॉली बैग और पीड़ित की शर्ट भी बरामद की है।
ऐसे पुलिस ने किया मामले का भंडाफोड़
इसके बाद, सुमित कश्यप को 22 अक्टूबर और संदीप कुमार को 23 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और आग या विस्फोटक पदार्थ से नुकसान पहुंचाने से संबंधित भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
हत्याकांड में प्रेमिका समेत तीन आरोपी अरेस्ट
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 21 वर्षीय अमृता चौहान, 27 वर्षीय सुमित कश्यप और 29 वर्षीय संदीप कुमार के रूप में की है। सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के रहने वाले हैं। जांचकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने कथित तौर पर पीड़ित राम केश मीणा की हत्या की और बाद में आग लगाने और जांचकर्ताओं को गुमराह करने के लिए एलपीजी सिलेंडर का रेगुलेटर खोलने से पहले शव पर तेल, घी और अल्कोहल डाला और फिर आग लगा दी।
पुलिस ने ऐसे किया मर्डर केस का खुलासा
पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 21 साल की लड़की, उसके पूर्व-बॉयफ्रेंड और उसके दोस्त ने मिलकर लड़की के लिव-इन पार्टनर की हत्या कर दी। इतना ही नहीं, उन्होंने इस हत्या को आग लगने की घटना बताकर छुपाने की कोशिश की। पुलिस के मुताबिक, लड़की को शक था कि उसके पार्टनर के पास एक हार्ड डिस्क है जिसमें उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो हैं।
आरोपी लड़की ने पूर्व प्रेमी के साथ मिलकर रची साजिश
यह पूरा प्लान लड़की, अमृता चौहान, उसके पूर्व-बॉयफ्रेंड सुमित कश्यप और उसके दोस्त संदीप कुमार ने मिलकर बनाया था। ये तीनों उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के रहने वाले हैं, जहां से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। घटना 6 अक्टूबर की है। पुलिस को गांधी विहार की एक चौथी मंजिल की फ्लैट में आग लगने की सूचना मिली थी। जब फायर ब्रिगेड वहां पहुंची तो उन्हें एक जली हुई लाश मिली। बाद में उसकी पहचान 32 साल के रामकेश मीणा के रूप में हुई। उस समय पुलिस ने लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया था।
सीसीटीवी फुटेज से हुआ मामले का खुलासा
हालांकि, सीसीटीवी फुटेज ने इस पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया। फुटेज में देखा गया कि घटना वाले दिन दो नकाबपोश लोग बिल्डिंग में घुसते हैं। करीब 39 मिनट बाद उनमें से एक बाहर निकलता है। फिर रात 2.57 बजे एक महिला अपने साथ एक और व्यक्ति के साथ परिसर से बाहर निकलती है। इसके ठीक बाद फ्लैट में आग लग जाती है। इससे पुलिस को शक हुआ।
पूरी प्लानिंग से हत्या को हादसा दिखाने की हुई थी तैयारी
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने उस महिला की पहचान कर ली थी और उसका फोन लोकेशन भी घटना स्थल के पास मिला था। जब पुलिस ने उससे संपर्क करने की कोशिश की तो उसका फोन बंद था। मुरादाबाद में कई जगहों पर छापेमारी के बाद 18 अक्टूबर को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया और सुमित कश्यप और संदीप कुमार की संलिप्तता के साथ-साथ हत्या का मकसद भी बताया। पुलिस ने मौके से वह हार्ड डिस्क, एक ट्रॉली बैग और पीड़ित की शर्ट भी बरामद की है।
ऐसे पुलिस ने किया मामले का भंडाफोड़
इसके बाद, सुमित कश्यप को 22 अक्टूबर और संदीप कुमार को 23 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और आग या विस्फोटक पदार्थ से नुकसान पहुंचाने से संबंधित भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
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