भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज ऋषभ पंत की क्रिकेट के खेल में धमाकेदार वापसी हो चुकी है। इंग्लैंड दौरे पर चोटिल होने के बाद पंत लंबे समय से खेल से दूर थे। लेकिन वे अब साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ अनऑफिशियल टेस्ट में वापस लौटे। पंत ने इस मुकाबले के दूसरे मैच में कमाल की पारी खेली।
शतक से चूके ऋषभ पंतऋषभ पंत भारत ए के लिए शतक बनाने से चूक गए। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ चौथे दिन 90 रन बनाए। पंत को बाएं हाथ के तेज गेंदबाज टियान वैन वुरेन ने आउट किया। उस समय भारत ए को जीत के लिए 103 रन चाहिए थे। पंत ने आक्रामक बल्लेबाजी कर अपनी टीम को मैच में बनाए रखा था। भारत ए को दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ चौथे दिन 275 रनों का लक्ष्य मिला था। ऋषभ पंत ने 90 रन बनाए, लेकिन शतक पूरा नहीं कर पाए।
टीम इंडिया को मुश्किल से निकाला
जब पंत बल्लेबाजी करने आए तब भारत ए की हालत 32 रन पर 3 विकेट थी। पंत ने रजत पाटीदार के साथ मिलकर अर्धशतकीय साझेदारी की। इससे भारत ए की जीत की उम्मीदें फिर से जाग उठीं। पंत को 47 रन पर जीवनदान मिला था। इसके बाद उन्होंने प्रेनेलन सुब्रायेन की गेंद पर चौका लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया।
चौथे दिन की शुरुआत में पंत काफी तेजी से खेले। उन्होंने पहले ही ओवर में दो चौके और एक छक्का लगाया। यह मैच ऋषभ पंत के लिए प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी का प्रतीक था। उन्हें इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में पैर में फ्रैक्चर हुआ था। इस चोट के कारण वह भारत की वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज से बाहर हो गए थे। उन्हें ऑस्ट्रेलिया के वर्तमान दौरे के लिए भी टीमों में भी शामिल नहीं किया गया था।
शतक से चूके ऋषभ पंतऋषभ पंत भारत ए के लिए शतक बनाने से चूक गए। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ चौथे दिन 90 रन बनाए। पंत को बाएं हाथ के तेज गेंदबाज टियान वैन वुरेन ने आउट किया। उस समय भारत ए को जीत के लिए 103 रन चाहिए थे। पंत ने आक्रामक बल्लेबाजी कर अपनी टीम को मैच में बनाए रखा था। भारत ए को दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ चौथे दिन 275 रनों का लक्ष्य मिला था। ऋषभ पंत ने 90 रन बनाए, लेकिन शतक पूरा नहीं कर पाए।
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जब पंत बल्लेबाजी करने आए तब भारत ए की हालत 32 रन पर 3 विकेट थी। पंत ने रजत पाटीदार के साथ मिलकर अर्धशतकीय साझेदारी की। इससे भारत ए की जीत की उम्मीदें फिर से जाग उठीं। पंत को 47 रन पर जीवनदान मिला था। इसके बाद उन्होंने प्रेनेलन सुब्रायेन की गेंद पर चौका लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया।
चौथे दिन की शुरुआत में पंत काफी तेजी से खेले। उन्होंने पहले ही ओवर में दो चौके और एक छक्का लगाया। यह मैच ऋषभ पंत के लिए प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी का प्रतीक था। उन्हें इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में पैर में फ्रैक्चर हुआ था। इस चोट के कारण वह भारत की वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज से बाहर हो गए थे। उन्हें ऑस्ट्रेलिया के वर्तमान दौरे के लिए भी टीमों में भी शामिल नहीं किया गया था।
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