Next Story
Newszop

Murshidabad Violence: चुनाव से पहले चक्रव्यूह! बिहार से बंगाल पर नजर, ममता बनर्जी पर डबल अटैक

Send Push
पटना: पश्चिम बंगाल में वक्फ एक्ट को लेकर हिंसा हुई। इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई। अब राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं। खासकर मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा को लेकर। आरोप है कि ममता सरकार हिंसा को रोकने में नाकाम रही। जिसके चलते हिंदू परिवारों को पलायन करना पड़ा। पश्चिम बंगाल में 11 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। पूरे देश के बीजेपी नेताओं को निशाने पर ममता बनर्जी हैं। बिहार के नेता भी ममता को लेकर जमकर बयानबाजी कर रहे। बिहार से बंगाल पर नजरकेंद्रीय राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने गोपालगंज में कहा कि बंगाल में लगता नहीं है कि वहां का हिंदू भारत में रहता है। केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने ममता बनर्जी के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि ममता जी की ममता समाप्त हो चुकी हैं। हिंदुत्व के प्रति उनको नफरत हो गया है। अगर उन्हें हिन्दू से बहुत तकलीफ है तो उन्हें पश्चिम बंगाल से खुद को अलग कर लेना चाहिए। क्योंकि हिंदुस्तान है तो हिंदुस्तान में हिंदू रहेंगे। अगर उन्हें हिन्दू से तकलीफ है तो किसी मुस्लिम देश में उन्हें चले जाना चाहिए। संतीश चंद्र दुबे बिहार से राज्यसभा के बीजेपी सांसद हैं। वहीं, दूसरे केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि मुर्शिदाबाद में पुलिस के काफिले पर हमले हो रहे हैं। ममता जी वोट और तुष्टीकरण के लिए ये कर रही हैं, इस पर गृह मंत्रालय नजर रखे हुए हैं। मुर्शिदाबाद में हुई थी हिंसामुर्शिदाबाद में 11 तारीख को हिंसा हुई थी। दंगाइयों ने दो लोगों को उनके घर के बाहर मार डाला। वक्फ एक्ट को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा हुई। इस हिंसा में तीन लोगों की जान चली गई। हिंदू नागरिक पलायन कर रहे हैं। सवाल उठ रहा है कि क्या ममता बनर्जी चुनाव से पहले मुश्किलों में घिर गई हैं?पिछले 11 सालों में ममता बनर्जी को बंगाल में कोई हरा नहीं पाया है लेकिन इस बार पश्चिम बंगाल के चुनाव से पहले क्या ममता बनर्जी के लिए मुश्किलें बढ़ रही हैं? वक्फ कानून को लेकर कानून व्यवस्था बनाए रखने में नाकामी एक बड़ा सवाल है क्योंकि वक्फ कानून का विरोध पूरे देश में हुआ, लेकिन हिंसा सिर्फ पश्चिम बंगाल में हुई। गवर्नर जा सकते हैं मुर्शिदाबादपश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस मुर्शिदाबाद में साम्प्रदायिक हिंसा भड़कने के कारण अपना घर-बार छोड़कर पलायन करने वाले पीड़ितों से मिलने के लिए शुक्रवार को पड़ोसी मालदा जिला पहुंचे। हालांकि, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनसे अपना दौरा टालने का अनुरोध किया था। बोस ने मालदा के लिए ट्रेन में सवार होने से पहले कोलकाता में संवाददाताओं से कहा कि मैं (हिंसा प्रभावित) क्षेत्र में जा रहा हूं। मैं पीड़ितों से मिलूंगा, हिंसा प्रभावित क्षेत्र से प्राप्त रिपोर्ट की पुष्टि करूंगा, अस्पतालों, पीड़ितों के आवासों और राहत शिविरों का दौरा करूंगा। राज्य पुलिस और केंद्रीय बल साथ मिलकर काम कर रहे हैं और स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी। दौरे के बाद, मैं अपनी सिफारिशें भेजूंगा।राजभवन सूत्रों ने संकेत दिया कि सीवी आनंद बोस शनिवार को मुर्शिदाबाद का दौरा कर सकते हैं। मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज, सुती, धुलियान और जंगीपुर इलाकों में, वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ 11 और 12 अप्रैल को हुए प्रदर्शनों के दौरान भड़की साम्प्रदायिक हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी। जिले के कई निवासी और भी हिंसा होने की आशंका के चलते पड़ोसी मालदा जिला पलायन कर गए थे। दंगा करने और तोड़फोड़ में कथित संलिप्तता को लेकर अबतक 274 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसा प्रभावित इलाकों में अर्द्धसैनिक और पुलिस बल तैनात किये गए हैं।
Loving Newspoint? Download the app now