नई दिल्ली:अहमदाबाद प्लेन हादसे के बारे में सोचकर आज भी लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। ये दर्दनाक विमान हादसा कैसे हुआ? ये सच्चाई अभी सामने आनी बाकी है। इस हादसे में 65 से ज्यादा पीड़ित परिवारों की ओर से वकील माइक एंड्रयूज कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि ऐसे मामलों में कानूनी लड़ाई बहुत मुश्किल होती है। खासकर जब मामला प्रोडक्ट की खराबी से जुड़ा हो। जांच में यह पता लगाना होगा कि हादसा कैसे हुआ, क्या डिजाइन या बनाने में कोई कमी थी, या रखरखाव में कोई लापरवाही हुई थी। फिलहाल, एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) और सरकार की हाई लेवल कमेटी मामले की जांच कर रही है।
एंड्रयूज ने कहा, 'क्या विमान में कोई ऐसी खराबी थी जिसके कारण वह सुरक्षित नहीं रहा? क्या पहले से यह अंदाजा लगाया जा सकता था कि विमान का इस तरह इस्तेमाल होगा? क्या किसी ने विमान को गलत तरीके से इस्तेमाल किया? या फिर विमान सामान्य तरीके से चलते हुए ही खराब हो गया?' उन्होंने आगे कहा कि आजकल के विमान बहुत ही आधुनिक होते हैं। वे बिजली और कंप्यूटर से चलते हैं. इसलिए यह भी देखना होगा कि पायलट ने सही कमांड दी थी या नहीं। कहीं कंप्यूटर ने तो बिना आदेश के कोई गलत कमांड नहीं दे दी, जिससे विमान बेकाबू हो गया।
वकील ने यह भी कहा कि विमान के डिजाइन की भी जांच की जाएगी। क्या कोई ऐसा डिजाइन था जिससे इस हादसे को रोका जा सकता था? क्या कोई ऐसा तरीका था जिससे चोटों को कम किया जा सकता था? या फिर हादसे की संभावना को कम किया जा सकता था? वकील का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हादसे की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जांच हो रही है। भारत सरकार भी इस मामले को गंभीरता से ले रही है और जांच करवा रही है।
एंड्रयूज ने कहा, 'क्या विमान में कोई ऐसी खराबी थी जिसके कारण वह सुरक्षित नहीं रहा? क्या पहले से यह अंदाजा लगाया जा सकता था कि विमान का इस तरह इस्तेमाल होगा? क्या किसी ने विमान को गलत तरीके से इस्तेमाल किया? या फिर विमान सामान्य तरीके से चलते हुए ही खराब हो गया?' उन्होंने आगे कहा कि आजकल के विमान बहुत ही आधुनिक होते हैं। वे बिजली और कंप्यूटर से चलते हैं. इसलिए यह भी देखना होगा कि पायलट ने सही कमांड दी थी या नहीं। कहीं कंप्यूटर ने तो बिना आदेश के कोई गलत कमांड नहीं दे दी, जिससे विमान बेकाबू हो गया।
#WATCH | Ahmedabad, Gujarat | Mike Andrews, lead lawyer for AI171 crash, representing over 65 victim families, says, "There are always challenges in litigation. There are many challenges in product liability litigation. Not only do we have to start where we are now in determining… pic.twitter.com/1JwqsgEiyL
— ANI (@ANI) August 10, 2025
वकील ने यह भी कहा कि विमान के डिजाइन की भी जांच की जाएगी। क्या कोई ऐसा डिजाइन था जिससे इस हादसे को रोका जा सकता था? क्या कोई ऐसा तरीका था जिससे चोटों को कम किया जा सकता था? या फिर हादसे की संभावना को कम किया जा सकता था? वकील का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हादसे की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जांच हो रही है। भारत सरकार भी इस मामले को गंभीरता से ले रही है और जांच करवा रही है।
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