जयपुर: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से अपने घर-परिवार, बच्चों और उम्मीदों के साथ राजस्थान आए मजदूरों की सुबह मौत के साये में तब्दील हो गई। मनोहरपुर थाना क्षेत्र के टोडी गांव के पास रविवार सुबह एक दर्दनाक हादसे में मजदूरों से भरी    बस हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गई। बस में आग लगने से 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दर्जनभर मजदूर झुलस गए। घायलों में कई बच्चे भी शामिल हैं।   
   
दिवाली के बाद जिंदगी रोशन करने निकले थे, राह में मौत से सामना
     
    
   
65 मजदूरों को लेकर बस पीलीभीत (यूपी) से टोडी स्थित ईंट भट्टे पर जा रही थी। दिवाली के बाद इस बस में सवार सभी लोग नए रोजगार से अपनी जिंदगी रोशन करने का ख्वाब भी साथ लिए जा रहे थे। उनकी घर-गृहस्थी का सामाना भी इसी बस के ऊपर रखा था। यही सामाना उनकी जान सांसत में डालने वाला साबित हुआ। सामान 11000 केवी की हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। कुछ ही सेकंड में करंट पूरी बस में दौड़ गया और छत पर रखा सामान आग की लपटों में घिर गया। बस में सिलेंडर और बाइक्स रखी थीं, जिनमें विस्फोट होते ही अफरा-तफरी मच गई।
     
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तीन ज़ोरदार धमाकों के बाद लोग दहशत में आ गए। मजदूर बस से चिल्लाते हुए बाहर कूदने लगे। आसपास के ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए फायर ब्रिगेड को सूचना दी और बचाव कार्य शुरू किया।
   
मासूमों के आंसू देख मां की चीखें निकल रही
   
इस हादसे में घायल कई मजदूरों में छोटे बच्चे भी हैं। कुछ 20 प्रतिशत तक झुलस गए हैं। बच्चों की हालत देख मांएं रोती बिलखती नजर आईं। घायलों को पहले शाहपुरा अस्पताल ले जाया गया, जहां से पांच की गंभीर हालत को देखते हुए जयपुर SMS अस्पताल रेफर किया गया। हादसे में पीलीभीत के नसीम (50) और सहीनम (20) की मौत हो गई, जबकि एक अन्य मृतक की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। हादसे के बाद गांव और परिवारों में मातम छा गया है।
   
   
   
   
'बस के ऊपर रखे सिलेंडर और बाइक बने मौत का कारण'
   
ग्रामीणों ने बताया कि बस की छत पर गैस सिलेंडर, मोटरसाइकिलें और घरेलू सामान रखा गया था। सिलेंडर ब्लास्ट और बाइकों में लगी आग ने पूरे वाहन को चंद मिनटों में राख में बदल दिया। हादसे के बाद कई मजदूरों ने कूदकर अपनी जान बचाई, लेकिन परिवार और बच्चों को बचा नहीं सके।
   
जांच में जुटा प्रशासन, सीएम को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
   
जयपुर कलेक्टर जितेंद्र सोनी तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि हादसे की पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी। कलेक्टर ने कहा, 'मजदूर अपने घर का सारा सामान लेकर राजस्थान आए थे। ऊपर रखा सामान हाइटेंशन लाइन से टच हो गया, जिससे यह दुखद घटना हुई। प्रशासन मौके पर है, सभी सुरक्षित बचे लोगों को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है।”
   
फिलहाल पुलिस, एफएसएल और आरटीओ की टीम जांच में जुटी है। आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन हादसे की तस्वीरें अब भी दिल दहला रही हैं। जब रोज़गार की राह में निकले लोग, मौत के आगोश में समा गए।
  
दिवाली के बाद जिंदगी रोशन करने निकले थे, राह में मौत से सामना
65 मजदूरों को लेकर बस पीलीभीत (यूपी) से टोडी स्थित ईंट भट्टे पर जा रही थी। दिवाली के बाद इस बस में सवार सभी लोग नए रोजगार से अपनी जिंदगी रोशन करने का ख्वाब भी साथ लिए जा रहे थे। उनकी घर-गृहस्थी का सामाना भी इसी बस के ऊपर रखा था। यही सामाना उनकी जान सांसत में डालने वाला साबित हुआ। सामान 11000 केवी की हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। कुछ ही सेकंड में करंट पूरी बस में दौड़ गया और छत पर रखा सामान आग की लपटों में घिर गया। बस में सिलेंडर और बाइक्स रखी थीं, जिनमें विस्फोट होते ही अफरा-तफरी मच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तीन ज़ोरदार धमाकों के बाद लोग दहशत में आ गए। मजदूर बस से चिल्लाते हुए बाहर कूदने लगे। आसपास के ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए फायर ब्रिगेड को सूचना दी और बचाव कार्य शुरू किया।
मासूमों के आंसू देख मां की चीखें निकल रही
इस हादसे में घायल कई मजदूरों में छोटे बच्चे भी हैं। कुछ 20 प्रतिशत तक झुलस गए हैं। बच्चों की हालत देख मांएं रोती बिलखती नजर आईं। घायलों को पहले शाहपुरा अस्पताल ले जाया गया, जहां से पांच की गंभीर हालत को देखते हुए जयपुर SMS अस्पताल रेफर किया गया। हादसे में पीलीभीत के नसीम (50) और सहीनम (20) की मौत हो गई, जबकि एक अन्य मृतक की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। हादसे के बाद गांव और परिवारों में मातम छा गया है।
'बस के ऊपर रखे सिलेंडर और बाइक बने मौत का कारण'
ग्रामीणों ने बताया कि बस की छत पर गैस सिलेंडर, मोटरसाइकिलें और घरेलू सामान रखा गया था। सिलेंडर ब्लास्ट और बाइकों में लगी आग ने पूरे वाहन को चंद मिनटों में राख में बदल दिया। हादसे के बाद कई मजदूरों ने कूदकर अपनी जान बचाई, लेकिन परिवार और बच्चों को बचा नहीं सके।
जांच में जुटा प्रशासन, सीएम को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
जयपुर कलेक्टर जितेंद्र सोनी तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि हादसे की पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी। कलेक्टर ने कहा, 'मजदूर अपने घर का सारा सामान लेकर राजस्थान आए थे। ऊपर रखा सामान हाइटेंशन लाइन से टच हो गया, जिससे यह दुखद घटना हुई। प्रशासन मौके पर है, सभी सुरक्षित बचे लोगों को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है।”
जयपुर के शाहपुरा में बड़ा हादसा 😔
— राजस्थानी पत्रकार (@RajasthanJourno) October 28, 2025
हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मजदूरों से भरी बस में लगी आग, दो लोगों की मौत, कई घायल।
घायलों को जयपुर के #SMSHospital में भर्ती कराया गया, प्रशासन मौके पर मौजूद।#RajasthanNews #Jaipur #BusAccident #Shahpura #राजस्थानसमाचार #BreakingNews pic.twitter.com/gEk4Xkd7nO
फिलहाल पुलिस, एफएसएल और आरटीओ की टीम जांच में जुटी है। आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन हादसे की तस्वीरें अब भी दिल दहला रही हैं। जब रोज़गार की राह में निकले लोग, मौत के आगोश में समा गए।
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