नई दिल्ली: भारतीय महिला टीम और ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम के बीच सेमीफाइनल मुकाबले में जेमिमा रोड्रिग्स ने शानदार शतक जड़ा है। जेमिमा की पारी इतनी ज्यादा शानदार थी कि ऑस्ट्रेलिया को मानो 2011 की याद आ गई होगी। साल 2011 वही साल था जब ऑस्ट्रेलिया की मेंस टीम का वर्चस्व भारतीय टीम ने वनडे वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में खत्म किया था। ऐसा ही कुछ अब ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम के साथ होता हुआ नजर आ रहा है।   
   
इस मैच में टीम इंडिया को जीत के लिए 338 रनों का विशाल लक्ष्य मिला है। हर किसी को लग रहा था कि टीम इंडिया यह मैच आसानी से हार जाएगी, लेकिन जेमिमा ने कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ मिलकर यह विश्वास बनाए रखा कि टीम इंडिया यह मैच जीत सकती है। साल 2011 के मेंस वर्ल्ड कप में भी कुछ ऐसा ही लग रहा था कि टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को नहीं हरा सकेगी। पिछले तीन मेंस वनडे वर्ल्ड कप (1999, 2003 और 2007) को जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई मेंस टीम 2011 के क्वार्टर फाइनल में हार गई।
     
जेमिमा को मिले कई जीवनदान
सेमीफाइनल मुकाबले में जेमिमा के कई जीवनदान मिले। इस मैच में उनके तीन आसान से कैच ऑस्ट्रेलियाई फील्डर्स ने छोड़े। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया ने एक आसान का रनआउट भी मिस किया। आम तौर पर ऑस्ट्रेलियाई टीम ऐसी गलतियां नहीं करती है, लेकिन जेमिमा के मामले में उन्होंने बार-बार एक ही गलती को किया। जेमिमा ने भी इन गलतियों का काफी अच्छे से फायदा उठाया और टीम इंडिया के लिए अहम पारी खेल डाली।
   
कप्तान कौर के साथ शानदार साझेदारी
इस मुकाबले में टीम इंडिया ने सिर्फ 59 रन के स्कोर पर अपने दोनों ओपनर्स के विकेट खो दिए थे। यहां से सारी जिम्मेदारी जेमिमा रोड्रिग्स और कप्तान हरमनप्रीत कौर पर आ गई। इन दोनों बल्लेबाजों ने भी अपनी जिम्मेदारियों को काफी अच्छे से निभाया और तीसरे विकेट के लिए दोनों ने 167 रनों की साझेदारी की। जिसके कारण भारत ने ऑस्ट्रेलिया को इस मैच में कांटे का टक्कर दे डाला।
  
इस मैच में टीम इंडिया को जीत के लिए 338 रनों का विशाल लक्ष्य मिला है। हर किसी को लग रहा था कि टीम इंडिया यह मैच आसानी से हार जाएगी, लेकिन जेमिमा ने कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ मिलकर यह विश्वास बनाए रखा कि टीम इंडिया यह मैच जीत सकती है। साल 2011 के मेंस वर्ल्ड कप में भी कुछ ऐसा ही लग रहा था कि टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को नहीं हरा सकेगी। पिछले तीन मेंस वनडे वर्ल्ड कप (1999, 2003 और 2007) को जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई मेंस टीम 2011 के क्वार्टर फाइनल में हार गई।
जेमिमा को मिले कई जीवनदान
सेमीफाइनल मुकाबले में जेमिमा के कई जीवनदान मिले। इस मैच में उनके तीन आसान से कैच ऑस्ट्रेलियाई फील्डर्स ने छोड़े। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया ने एक आसान का रनआउट भी मिस किया। आम तौर पर ऑस्ट्रेलियाई टीम ऐसी गलतियां नहीं करती है, लेकिन जेमिमा के मामले में उन्होंने बार-बार एक ही गलती को किया। जेमिमा ने भी इन गलतियों का काफी अच्छे से फायदा उठाया और टीम इंडिया के लिए अहम पारी खेल डाली।
कप्तान कौर के साथ शानदार साझेदारी
इस मुकाबले में टीम इंडिया ने सिर्फ 59 रन के स्कोर पर अपने दोनों ओपनर्स के विकेट खो दिए थे। यहां से सारी जिम्मेदारी जेमिमा रोड्रिग्स और कप्तान हरमनप्रीत कौर पर आ गई। इन दोनों बल्लेबाजों ने भी अपनी जिम्मेदारियों को काफी अच्छे से निभाया और तीसरे विकेट के लिए दोनों ने 167 रनों की साझेदारी की। जिसके कारण भारत ने ऑस्ट्रेलिया को इस मैच में कांटे का टक्कर दे डाला।
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