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आपने अक्सर टीवी सीरियल्स या फिल्मों में देखा होगा कि दूल्हे को शादी के बाद सुहागरात के दिन दूध का ग्लास दिया जाता है। ये एक परंपरा है जो काफी समय से चली आ रही है। पारंपरिक रस्मों का पालन आज भी बड़ी श्रद्धा के साथ किया जाता है। इस रस्म का ना सिर्फ धार्मिक मतलब है बल्कि इसके कुछ साइंटिफिक रीजन भी है।
सुहागरात पर दूध पीने का धार्मिक महत्व
शादी की पहली रात को पति-पत्नी के नए जीवन की शुरुआत के रूप में देखा जाता है। इस दिन दूध को महत्व दिया जाता है क्योकिं पवित्र माना जाता है। दूध में चीनी, हल्दी या केसर मिलाया जाता है, जो न सिर्फ इसे स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी बढ़ा देता है। हल्दी अपने आप में इम्युनिटी बूस्टर है और आपके पूरे दिन की थकान को दूर कर सकती है। इसलिए पुरुष को हल्दी के साथ दूध पीने की सलाह दी जाती है।
यौन इच्छा बढ़ाने के लिए
केसर को विशेष रूप से यौन इच्छा बढ़ाने वाला माना जाता है, जबकि दूध में मौजूद ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड प्रोटीन संतुलन में सहायक होता है। केसर तनाव को भी दूर करता है और मानसिक स्वास्थ्य में सुधारकरता है। दूध पीने से सेक्स के दौरान स्टेमिना और ताकत बढ़ती है।
टेस्टोस्टेरॉन और एस्ट्रोजन हॉर्मोन
टेस्टोस्टेरॉन और एस्ट्रोजन हॉर्मोन के निर्माण के लिए प्रोटीन बेहद जरूरी है। ये हॉर्मोन्स संबंध बनाने के आपके एक्स्पीरियस को और अच्छा बना सकते हैं। माना जाता है कि इस मिश्रण से सेक्स ड्राइव बढ़ती है , दूध, केसर और क्रश किए हुए बादाम आपके शरीर को तुरंत ऊर्जा देते हैं जिस से आप अच्छा परफॉर्म कर पाएंगे।
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