ज्योतिषीय गणना के अनुसार ज्येष्ठा नक्षत्र का समय कुछ राशियों के लिए बेहद शुभ और लाभकारी साबित हो सकता है। इस नक्षत्र के शुरू होने से ग्रहों की स्थिति में ऐसा परिवर्तन हो रहा है, जिससे लंबे समय से चली आ रही शनि ढैय्या कमजोर होगी और साथ ही कुछ राशियों पर माता रानी की विशेष कृपा बरसेगी। इन प्रभावों के कारण कुछ लोगों को न केवल आर्थिक लाभ होगा बल्कि रुके हुए कार्यों में भी सफलता मिलने के आसार बनेंगे।
ज्येष्ठा नक्षत्र क्या है और इसका महत्व?
ज्येष्ठा नक्षत्र का हिंदू धर्म में विशेष स्थान है। यह वृश्चिक राशि में स्थित है और इसका स्वामी ग्रह बुध है। ज्येष्ठा का शाब्दिक अर्थ है "सबसे बड़ा" या "वरिष्ठ"। इस नक्षत्र में ग्रहों की चाल और ऊर्जा जीवन के सभी पहलुओं को प्रभावित करती है - विशेष रूप से मानसिक शक्ति, निर्णय लेने की क्षमता, मान-सम्मान और सामाजिक प्रतिष्ठा। इस बार जब चंद्रमा इस नक्षत्र में प्रवेश करेगा तो कुछ विशेष योग बनेंगे, जिसमें शनि की ढैय्या से प्रभावित लोग राहत की सांस लेंगे।
शनि की ढैय्या दूर होगी - कैसे?
शनि की ढैय्या उन लोगों को प्रभावित करती है जिनकी राशि के अनुसार शनि तीसरे, चौथे या पांचवें स्थान पर गोचर करता है। इस दौरान जीवन में बाधाएं, मानसिक तनाव, आर्थिक परेशानियां और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां सामने आती हैं।लेकिन ज्येष्ठा नक्षत्र के प्रभाव और चंद्र-शनि युति के शुभ योग के कारण कुछ राशियों से शनि की नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाएगी। इससे जीवन में रुकी हुई हलचल फिर से सक्रिय हो जाएगी और बाधाएं धीरे-धीरे दूर हो जाएंगी।
माता रानी की कृपा - कौन सी राशियां होंगी मालामाल?
ज्योतिषियों के अनुसार ज्येष्ठा नक्षत्र में चार राशियों पर माता रानी की विशेष कृपा बरसेगी। इन राशियों को आने वाले दिनों में आर्थिक, मानसिक और सामाजिक क्षेत्र में जबरदस्त सफलता मिलने की संभावना है। आइए जानते हैं कौन सी हैं वो भाग्यशाली राशियां:
1. मेष
मेष राशि वालों के लिए यह समय किसी तोहफे से कम नहीं है। ज्येष्ठा नक्षत्र में माता रानी की कृपा से आय के नए स्रोत खुलेंगे। व्यापार में बड़े सौदे फाइनल हो सकते हैं। शत्रु परास्त होंगे और अटका हुआ धन वापस मिलने के योग बनेंगे।
2. कन्या
कन्या राशि वालों को नौकरी और करियर में बड़ी सफलता मिल सकती है। प्रमोशन या नई नौकरी के ऑफर मिल सकते हैं। जो लोग विदेश में नौकरी या पढ़ाई के लिए प्रयास कर रहे हैं उनके लिए यह समय अनुकूल रहेगा। मानसिक तनाव दूर होगा और परिवार में सुख-शांति बढ़ेगी।
3. तुला
ज्येष्ठा नक्षत्र तुला राशि वालों के लिए आर्थिक समृद्धि लेकर आएगा। निवेश से लाभ होगा और बकाया धन मिलने की प्रबल संभावना है। घरेलू जीवन में मधुरता आएगी और विवाह या संतान सुख की संभावना बन सकती है।
4. धनु
धनु राशि वालों को शनि की ढैय्या से राहत मिलने वाली है। स्वास्थ्य में सुधार होगा, यात्रा के योग बनेंगे और कोई बड़ा काम पूरा हो सकता है। व्यापार में साझेदारी से लाभ होगा और पुराने कर्ज से मुक्ति मिलने के संकेत हैं।
क्या अन्य राशियों को सावधान रहना चाहिए?
वैसे तो ज्येष्ठा नक्षत्र का सभी राशियों को कुछ न कुछ लाभ अवश्य मिलेगा, लेकिन कुछ राशियों को सतर्क रहने की भी आवश्यकता है। खास तौर पर वृषभ, कर्क और मकर राशि वालों को निर्णय लेते समय संयम बरतने की सलाह दी जाती है। जल्दबाजी में किया गया निवेश या वादा मुसीबत ला सकता है।
माता रानी की कृपा कैसे पाएं?
इस विशेष अवधि में माता लक्ष्मी या दुर्गा जी की पूजा करना बहुत फलदायी रहेगा।
प्रतिदिन "श्री सूक्त" या "दुर्गा सप्तशती" का पाठ करें।
शुक्रवार के दिन गरीब कन्याओं को कपड़े या मिठाई दान करें।
ज्येष्ठा नक्षत्र के दिन पीले या लाल कपड़े पहनें और देवी की आरती करें।
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