जम्मू, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय (एसएमवीडीयू) ने यूजीसी-मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र (एमएमटीटीसी) के तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020: अभिविन्यास और संवेदीकरण विषय पर आठ दिवसीय राष्ट्रीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया. इस कार्यक्रम में देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों से 181 संकाय सदस्यों ने भाग लिया. कार्यक्रम का उद्घाटन एमएमटीटीसी-एसएमवीडीयू के निदेशक प्रो. सुप्रण के. शर्मा, उप निदेशक प्रो. शारदा एम. पोटुकुची, समन्वयक डॉ. विक्रम सिंह और सह-समन्वयक डॉ. अनिल के. भारद्वाज ने किया. उद्घाटन सत्र में प्रो. शर्मा ने एनईपी 2020 के समग्र, व्यापक और बहु-विषयक दृष्टिकोण को उच्च शिक्षा संस्थानों में अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया.
कार्यक्रम में देशभर से कई प्रमुख शिक्षाविदों और विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए, जिनमें डॉ. अरविंद रेहालिया (भारती विद्यापीठ, नई दिल्ली), प्रो. मंजीत सिंह (Punjabी विश्वविद्यालय, पटियाला), प्रो. सुरेंद्र सिंह (सीयूएच), प्रो. तेजिंदर शर्मा (केयूके), डॉ. शेफाली नागपाल (बीपीएसएमवी, सोनीपत), प्रो. अमिता पांडे भारद्वाज, डॉ. अमित गौतम (एनआईईपीए, दिल्ली) और प्रो. एच.बी. पटेल (Gujarat केंद्रीय विश्वविद्यालय) शामिल थे.
सत्रों में एनईपी 2020 के तहत समग्र और बहु-विषयक शिक्षा, Indian ज्ञान प्रणाली, अनुसंधान और विकास, शैक्षणिक नेतृत्व, शासन एवं प्रबंधन, कौशल विकास, छात्र विविधता, समावेशी शिक्षा और सूचना व संचार प्रौद्योगिकी जैसे विषयों पर विशेष चर्चा की गई. डॉ. विक्रम सिंह और डॉ. अनिल के. भारद्वाज ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए वित्त अधिकारी नीरज गुप्ता और एमएमटीटीसी टीम के सदस्यों, प्रो. राघवेंद्र के. मिश्रा, प्रो. अंकुश आनंद, प्रो. शारदा एम. पोटुकुची, डॉ. सुनंदा, डॉ. कमलदीप, डॉ. पाबित्रा जेना और अन्य आयोजन समिति के सदस्यों का आभार व्यक्त किया. देशभर से जुड़े प्रतिभागियों ने कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी और प्रेरणादायक बताया जिसने एनईपी 2020 के प्रभावी कार्यान्वयन की दिशा में शिक्षकों की भूमिका को और मजबूत किया.
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा






