बांदा, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . मिशन शक्ति 5.0 के तहत बेटियों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में Uttar Pradesh के जनपद बांदा में नगर पालिका परिषद अतर्रा ने एक प्रेरणादायक मिसाल पेश की है. Saturday को पालिका की अधिशासी अधिकारी विजेता गुप्ता की पहल पर शान्तिधाम सीनियर सेकेंडरी स्कूल, अतर्रा की कक्षा 12 की छात्रा अनामिका यादव (पुत्री करण सिंह यादव) को एक दिन का अधिशासी अधिकारी बनाया गया. इस दौरान अनामिका ने प्रशासनिक कार्यों की जिम्मेदारी संभालते हुए महिला सशक्तिकरण का मजबूत संदेश दिया.
सुबह अनामिका यादव पालिका कार्यालय पहुंचीं तो अधिशासी अधिकारी विजेता गुप्ता और पालिका कर्मियों ने उनका फूल-माला पहनाकर भव्य स्वागत किया. स्वागत के बाद अनामिका ने पूरे आत्मविश्वास के साथ अधिशासी अधिकारी की कुर्सी संभाली और कार्यभार ग्रहण किया. उन्होंने सबसे पहले कार्यालय की साफ-सफाई व्यवस्था, टैक्स शाखा, जलकल शाखा, निर्माण शाखा और लेखा विभाग का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कर्मचारियों से विभागीय कार्यों की जानकारी ली और कई पत्रावलियों व रजिस्टरों का अवलोकन करते हुए हस्ताक्षर भी किए. छात्रा अनामिका यादव ने बताया कि एक दिन के अधिशासी अधिकारी बनने का अनुभव उनके लिए जीवन का अनमोल क्षण है. उन्होंने कहा कि “मैंने आज प्रशासनिक कार्यप्रणाली को नजदीक से देखा. यह समझ में आया कि सरकारी योजनाएं जनता तक कैसे पहुंचती हैं और जिम्मेदारी निभाने के लिए कितनी सूझबूझ की जरूरत होती है.” उन्होंने कहा कि वह भविष्य में प्रशासनिक सेवा में जाने का सपना देखती हैं ताकि समाज में बदलाव ला सकें और महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सकें.
अधिशासी अधिकारी विजेता गुप्ता ने बताया कि मिशन शक्ति अभियान के तहत यह कार्यक्रम बेटियों में नेतृत्व क्षमता, निर्णय लेने की योग्यता और आत्मविश्वास विकसित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया. उन्होंने कहा कि इस पहल से छात्राओं को शासन-प्रशासन की कार्यप्रणाली की समझ मिलेगी और वे समाज में अपनी भूमिका को सशक्त रूप से निभा सकेंगी. उन्होंने कहा कि “आज की बेटियाँ किसी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं. वे हर मोर्चे पर आगे बढ़ रही हैं, बस उन्हें अवसर और प्रोत्साहन की जरूरत है.” इस अवसर पर पालिका कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों ने अनामिका यादव की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच और विश्वास को मजबूत करते हैं. विद्यालय के शिक्षकों ने भी इसे छात्राओं के लिए प्रेरणास्रोत क्षण बताया. उन्होंने कहा कि अनामिका जैसी प्रतिभाशाली बेटियाँ आने वाले समय में देश का नाम रोशन करेंगी.
कार्यक्रम के अंत में अधिशासी अधिकारी विजेता गुप्ता ने अनामिका यादव को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया. इस दौरान पूरे कार्यालय में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी. कर्मचारी और अधिकारी सभी ने कहा कि यह पल मिशन शक्ति अभियान की आत्मा को साकार करने वाला रहा.
—————
(Udaipur Kiran) / अनिल सिंह
You may also like

गोविंदा के बेटे यशवर्धन की अहान पांडे से हुई तुलना, बहन टीना ने कहा 'ऐसा मत करो'

Thyroid Warning: अगर झड़ रहे हैं बाल, तो अपनाएं ये असरदार घरेलू नुस्खे

तो इसलिए महाभारत युद्ध के एक भी योद्धा का शव नहीं` मिला आज तक

कैट का बड़ा आरोप, ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स कंपनियां नियमों का कर रहीं उल्लंघन

पेट ठीक नहीं है? ये 6 बीमारियाँ दे सकती हैं संकेत, समय रहते पहचानें




