कानपुर, 25अप्रैल . विद्यार्थियों की प्रयोगात्मक अनुसंधान से संबंधित व्यावहारिक कठिनाइयों का निराकरण करना था. जिससे कि वह अपनी शोध रूपरेखा तथा लघु शोध प्रबंध से संबंधित त्रुटियों को दूर कर सकें. यह बातें शुक्रवार को छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग एक्सपेरिमेंटल रिसर्च विषय पर एक कार्यशाला के आयोजन में विषय विशेषज्ञ के रूप में प्रोफेसर सुनील उपाध्याय ने कही.
प्रोफेसर सुनील उपाध्याय ने बताया कि विद्यार्थियों को प्रयोगात्मक अनुसंधान के सैद्धांतिक पक्षों से विस्तार के साथ परिचित कराया साथ ही द्वितीय सत्र में विद्यार्थियों ने इस पर कार्य करना सीखा. इसके साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों की शोध संबंधी व्यक्तिगत कठिनाइयों का भी समाधान किया. कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ.
इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए विभागाध्यक्षा डॉ0 रश्मि गोरे ने कहा कि विभाग द्वारा विद्यार्थियों के मार्गदर्शन के लिए समय-समय पर अतिथि व्याख्यानों/सेमिनार तथा कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है तथा आगे भी किया जाता रहेगा.
कार्यक्रम का संचालन डॉ रत्नर्त्तु: मिश्रा ने किया. इस अवसर पर विभाग के सभी शिक्षक प्रिया तिवारी, कुलदीप सिंह चौहान आदि उपस्थित रहे.
/ मो0 महमूद
You may also like
कश्मीर में 1000 साल से लड़ाई... भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर ट्रंप ने दिया बड़ा बयान, पहलगाम पर भी बोले
आज का कुंभ राशिफल 26 अप्रैल 2025 : व्यापार में उन्नति के संकेत हैं, नए अवसरों का लाभ उठाएं
Parenting Tips: माता-पिता भूलकर भी अपने बच्चों से न कहें ये बात. वरना जीवन में कभी नहीं होगा सफल ⤙
लंबे समय तक सेक्स न करने से सेहत पर पड़ता है असर? क्या कहती है रिसर्च ⤙
30 अप्रैल 2025 को अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त क्या है? यहां जानें