फरीदाबाद, 5 मई . जिले में ठगी के मामले में जांच के दौरान लापरवाही बरतने के आराेप में साइबर थाना एनआईटी के दो सब इंसपेक्टर और एक कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है. 1.38 करोड़ रूपये की साइबर ठगी के मामले की जांच से जुड़े इन तीनाें के खिखाफ अब विभागीय जांच भी हाेगी.
पुलिस के अनुसार सितंबर 2024 में सेक्टर-21सी निवासी एक व्यक्ति ने साइबर थाना एनआईटी में शिकायत दी थी कि साइबर ठगों ने 29 सितंबर 2024 को शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर उससे अलग-अलग समय पर 1 करोड़ 38 लाख रुपये की ठगी कर ली. इस पर एनआईटी साइबर अपराध थाना पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया था. साइबर थाना एनआईटी में तैनात सब इंस्पेक्टर अनूप, पीएसआई विकास कुमार व कॉन्स्टेबल आजाद इस मामले की जांच कर रहे थे. फरीदाबाद पुलिस डीसीपी ऊषा ने इस केस की फाइल रिव्यू के दौरान कई खामी पाई. आरोप है कि पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आने पर डीसीपी सेंट्रल उषा कुंडू ने रिपोर्ट बनाकर पुलिस उपायुक्त मुख्यालय को इन पर कार्रवाई के लिए भेजी थी. जिसके बाद इन तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने सोमवार को बताया कि तीनों पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में लापरवाही बरते जाने की जानकारी मिली थी. इस पर डीसीपी सेंट्रल ऊषा ने अपने स्तर पर जांच की थी. इसमें एनआईटी साइबर अपराध थाने में तैनात रहे सब-इंस्पेक्टर अनूप, विकास और सिपाही आजाद की भूमिका संदिग्ध नजर आई थी. इस पर डीसीपी ने उनके निलंबन की सिफारिश की थी. इसके बाद डीसीपी हेडक्वार्टर अभिषेक जोरवाल ने उन्हें निलंबित कर दिया था. इन तीनाें के खिलाफ विभागीय जांच कराई जाएगी.
/ -मनोज तोमर
You may also like
भारत-पाकिस्तान तनाव कम करने में कितनी अहम हो सकती है रूस की भूमिका?
बिहार की अजब प्रेम कहानी: शादी तय थी, बारात आने में बचे थे सिर्फ 6 दिन... अचानक युवक संग मौसी फरार
कच्चे तेल की कीमतें 60 डॉलर से नीचे आने से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी की उम्मीदें बढ़ीं
इंदौरः जिले में अनुसूचित जाति के युवाओं को रोजगार के लिए दिया जायेगा 10 हजार से 50 लाख रुपये तक का लोन
जरूरतमंद बच्चों को पाठ्यसामग्री वितरित की