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प्रसूता व नवजात की मौत का मामला, डॉक्टर श्रीवास्तव को डूंगरपुर लगाया

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चित्तौड़गढ़, 28 मई . जिला मुख्यालय पर स्थित महिला एवं बाल चिकित्सालय में प्रसूता एवं नवजात की मौत के मामले में प्रशासन ने चिकित्सक को यहां से हटाने का निर्णय किया है. महिला एवं बाल चिकित्सालय की चिकित्सक दीप्ति श्रीवास्तव को डूंगरपुर लगाया है. चिकित्सक के खिलाफ प्रसूता के पति ने रिपोर्ट भी दी थी. मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाई. जिम्मेदार अधिकारियों के साथ प्रकरण को लेकर चर्चा की गई. बाद में संयुक्त निदेशक उदयपुर के आदेश पर दीप्ति श्रीवास्तव को महिला एवं बाल चिकित्सालय से हटा दिया.

जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय पर स्थित महिला एवं बाल चिकित्सालय में प्रसूता एवं नवजात की मौत मंगलवार को हो गई थी. इस मामले में परिजनों ने जिला चिकित्सालय में विरोध प्रदर्शन कर चिकित्सक डॉ दीप्ति श्रीवास्तव पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था. इस संबंध में सदर थाना पुलिस को तथा प्रशासन को शिकायत दी थी. मामले को लेकर जिला कलक्टर आलोक रंजन ने चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक की थी. इसके लिए जिला चिकित्सालय के पीएमओ डॉ दिनेश वैष्णव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ताराचंद गुप्ता के अलावा डॉ प्रवीण शर्मा कलक्ट्रेट पहुंचे थे. इसी मामले को लेकर देर रात को संयुक्त निदेशक (जौन) उदयपुर ने एक आदेश जारी किया. इसमें लिखा कि प्रसूता श्रीमती प्रीति गौरवा/ नरेश कण्डारा, निवासी लाडपुरा, माण्डलगढ़, भीलवाडा की सामान्य चिकित्सालय चित्तौडगढ़ में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई. इस मामले में कानून व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुवे डॉ दिप्ती चित्रा स्त्री रोग विशेषज्ञ कार्यालय प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, सामान्य चिकित्सालय जिला, चित्तौडगढ़ तुरंत प्रभाव से अपनी उपस्थिति अग्रिम आदेशों तक कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डूंगरपुर में देंगी. गौरतलब है कि मंगलवार को प्रसूता एवं नवजात की मौत के मामले में परिजनों में आक्रोश देखा गया था. वहीं महिला एवं बाल चिकित्सालय में प्रसूता की मौत के दो से तीन मामले सामने आ गए थे. वहीं मंगलवार के मामले में चिकित्सकों की तीन सदस्यी टीम को बना कर मामले की जांच भी करवाई जा रही है.

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/ अखिल

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