मध्य प्रदेश के सतना जिले से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जो हर किसी का दिल दहला देगी। एक 72 साल की बुजुर्ग दादी अपने घायल पोते के इलाज के लिए ड्रिप की बोतल पकड़कर खड़ी रही। यह मार्मिक तस्वीर सतना के जिला अस्पताल की है, जो स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली को बयां कर रही है।
स्वास्थ्य व्यवस्था की खुली पोलयह तस्वीर मध्य प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य सुविधाओं के बड़े-बड़े दावों पर सवाल उठाती है। सतना जिला अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं का अभाव साफ दिखाई देता है। एक तरफ सरकार हाई-टेक अस्पतालों की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ मरीजों को बेसिक इलाज के लिए भी जूझना पड़ रहा है। इस तस्वीर ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है और लोग सरकार की लापरवाही पर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
सड़क हादसे में घायल हुआ युवकदरअसल, मैहर में 35 साल के अश्वनी मिश्रा एक सड़क हादसे में बुरी तरह घायल हो गए। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सतना के सरदार वल्लभभाई पटेल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन हैरानी की बात यह है कि अस्पताल में ड्रिप लगाने के लिए स्टैंड तक उपलब्ध नहीं था। ऐसे में मरीज के इलाज में भारी लापरवाही सामने आई।
दादी बनीं ड्रिप स्टैंडअस्पताल में ड्रिप स्टैंड न होने की वजह से अश्वनी की 72 साल की दादी को खुद ड्रिप की बोतल पकड़कर खड़े होना पड़ा। वह करीब आधे घंटे तक ग्लूकोज की बोतल थामे रही। इस दौरान अस्पताल का स्टाफ और कर्मचारी मूकदर्शक बने रहे। वहां मौजूद लोगों का कहना है कि अस्पताल की लापरवाही की वजह से एक बुजुर्ग महिला को इतनी तकलीफ झेलनी पड़ी। इस घटना ने न केवल स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोली, बल्कि लोगों के बीच गुस्से को भी हवा दी है।
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