Vitamin K1 Heart Health : दुनियाभर में हार्ट डिजीज (कोरोनरी आर्टरी डिजीज) से होने वाली मौतें सबसे ज्यादा हैं, और खासकर युवाओं में इसका असर तेजी से बढ़ रहा है। मेडिकल साइंस ने इस खतरे को कम करने के लिए बहुत तरक्की की है, लेकिन हाल के शोध बताते हैं कि हमारा खानपान दिल की सेहत को बेहतर बनाने में बड़ा रोल निभाता है। इनमें विटामिन K1 (फाइलोक्विनोन), जो हरी पत्तेदार सब्जियों में भरपूर मात्रा में मिलता है, दिल की सेहत के लिए एक सुपरहीरो की तरह उभरकर सामने आया है।
नया शोध, नई उम्मीदअमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन (2025) में छपी एक ताजा रिपोर्ट ने विटामिन K1 और दिल की सेहत के बीच के रिश्ते को और साफ कर दिया है। वैज्ञानिकों ने 14 साल से ज्यादा समय तक 70 साल से ऊपर की 1,435 महिलाओं पर स्टडी की। इस स्टडी में यह देखा गया कि अगर ये महिलाएं नियमित रूप से विटामिन K1 लेती हैं, तो इसका उनकी नसों और दिल से जुड़ी बीमारियों पर क्या असर पड़ता है। नतीजे वाकई चौंकाने वाले और उम्मीद जगाने वाले हैं!
विटामिन K1: नसों को रखे मजबूतविटामिन K1 का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह हमारी खून की नसों को सख्त होने से बचाता है। जब हमारे शरीर में विटामिन K1 की कमी होती है, तो MGP नाम का एक प्रोटीन सही से काम नहीं करता। इसकी वजह से धमनियों की दीवारों में कैल्शियम जमा होने लगता है। यह जमा हुआ कैल्शियम नसों को कड़ा और तंग कर देता है, जिससे खून का बहाव रुकता है। यही वजह है कि कोरोनरी आर्टरी डिजीज और स्ट्रोक जैसी खतरनाक बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
नसें पतली, मौत का खतरा कमइस स्टडी में लोगों को उनके खाने में मिलने वाले विटामिन K1 की मात्रा के आधार पर चार ग्रुप में बांटा गया। जो लोग सबसे ज्यादा विटामिन K1 (लगभग 120 माइक्रोग्राम रोज) ले रहे थे, उनमें नतीजे कुछ इस तरह थे:
- गर्दन की मुख्य रक्त नली की दीवार की मोटाई (IMT) औसतन 5.6% कम थी। यह दिल की बीमारी के शुरुआती खतरे का एक बड़ा संकेत है।
- दिल की बीमारी से मौत का खतरा 43% तक कम था, भले ही उम्र, वजन, शारीरिक गतिविधि, दवाओं का इस्तेमाल और धूम्रपान जैसी चीजों को ध्यान में रखा गया हो।
जो लोग ज्यादा विटामिन K1 ले रहे थे, उनकी दिल की सेहत बेहतर थी और खतरा भी कम था।
कितना विटामिन K1 चाहिए?महिलाओं के लिए विटामिन K1 की मौजूदा सलाह 90 माइक्रोग्राम रोज है। यह मात्रा खून के थक्के बनने की जरूरत को ध्यान में रखकर तय की गई है, न कि नसों और दिल की सेहत को। लेकिन नए शोध बताते हैं कि अगर आप रोजाना 120 माइक्रोग्राम विटामिन K1 लेते हैं, जो आसानी से 1 से 1.5 कप हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से मिल सकता है, तो न सिर्फ खून जमने की प्रक्रिया ठीक रहती है, बल्कि दिल और नसों की सेहत को भी बड़ा फायदा होता है।
विटामिन K1 कहां से लें?विटामिन K1 कई हरी सब्जियों में भरपूर मात्रा में मिलता है। नीचे कुछ सब्जियों और उनमें मौजूद विटामिन K1 की मात्रा दी गई है:
- केल: 531 माइक्रोग्राम प्रति पका हुआ कप
- पालक: 889 माइक्रोग्राम प्रति पका हुआ कप
- ब्रोकली: 110 माइक्रोग्राम प्रति पका हुआ कप
स्विस चार्ड, रोमेन लेट्यूस और ब्रसेल्स स्प्राउट्स जैसी सब्जियां भी आपकी डाइट में शामिल की जा सकती हैं। मजेदार बात यह है कि विटामिन K1 वसा में घुलनशील है। इसका मतलब है कि अगर आप इसे जैतून का तेल या एवोकाडो जैसे हेल्दी फैट के साथ खाते हैं, तो शरीर इसे बेहतर तरीके से सोख लेता है।
सावधानी जरूरी है!विटामिन K1 का सेवन बढ़ाना ज्यादातर लोगों के लिए फायदेमंद है, लेकिन अगर आप वारफेरिन जैसी दवाएं ले रहे हैं, जो विटामिन K के असर को कम करती हैं, तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। खानपान में बड़ा बदलाव करने से ऐसी दवाओं का असर बदल सकता है।
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